मीशो ने प्रोजेक्ट विश्वास के साथ ऑनलाईन धोखाधड़ी के खिलाफ मुहिम तेज की, 2.2 करोड़ से ज्यादा संदिग्ध लेन-देन रोके

मीशो एक विस्तृत दृष्टिकोण, अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी, रणनीतिक अभियानों, कानूनी प्रक्रियाओं, और थर्ड-पार्टी विशेषज्ञता की मदद से अपनी रिस्क इंटैलिजेंस क्षमताएं बढ़ा रहा है

नई दिल्ली। भारत के एकमात्र ट्रू ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस, मीशो ने आज अपनी ‘ट्रस्ट एश्योरेंस रिपोर्ट’ का दूसरा संस्करण पेश किया। इस रिपोर्ट में सुरक्षा बढ़ाने और यूज़र का विश्वास स्थापित करने के लिए सक्रिय उपाय व प्रयासों के बारे में बताया गया है। टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन, उद्योग के विशेषज्ञों के साथ सहयोग, और मजबूत सुरक्षा उपायों पर जोर देते हुए मीशो अपने ग्राहकों के लिए एक सुरक्षित और भरोसेमंद ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बन गया है।
प्रोजेक्ट विश्वास के अंतर्गत, कंपनी अपनी समर्पित ‘विश्वास व सुरक्षा’ टीम को मजबूत बनाने के लिए निरंतर निवेश कर रही है। यह टीम प्लेटफॉर्म पर यूज़र का विश्वास स्थापित करने और बनाए रखने पर केंद्रित है। रिस्क इंटैलिजेंस विशेषज्ञों की मदद से अपनी क्षमताओं को मजबूत करते हुए कंपनी इस परिवर्तनशील परिदृश्य में सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए तैयार है। मीशो ने पिछले 12 महीने में 2.2 करोड़ से ज्यादा जाली विनिमयों को रोका है। इसके अलावा, मीशो ने प्लेटफॉर्म पर से जालसाजों को हटाने के लिए विस्तृत कदम उठाए हैं। टीम ने अग्रणी एनालिटिकल मॉडलों, जटिल डेटा साईंस फ्रेमवर्क्स, और आधुनिक कंप्यूटेशनल लॉजिक का विकास किया है। इससे इस प्लेटफॉर्म पर 13 लाख बॉट ऑर्डर रोकने और 77 लाख से ज्यादा स्कैम की कोशिशों को ब्लॉक करने में मदद मिली है।
मीशो में जनरल मैनेजर, फुलफिलमेंट एवं एक्सपीरियंस, सौरभ पांडे ने कहा, ‘‘प्रोजेक्ट विश्वास मीशो की रणनीति का एक मुख्य हिस्सा है। यह विस्तृत अभियान ग्राहकों और विक्रेताओं की सुरक्षा के लिए हमारी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन करता है। हम आधुनिक टेक्नोलॉजी, विशेषज्ञ एजेंसियों और कंसल्टैंट्स की मदद से कठोर ऑन-ग्राउंड ऑडिट करके धोखाधड़ी को रोकने में बढ़त बनाए हुए हैं। इन धोखाधड़ियों से निपटने के लिए हमारे पर एक समर्पित विश्वास एवं सुरक्षा टीम है, जो यूज़र्स का विश्वास स्थापित करने और बनाए रखने पर केंद्रित है।’’
धोखेबाजी के खिलाफ तीव्र कार्रवाई के लिए मीशो कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर काम करता है। अकाउंट पर कब्जा करने की धोखाधड़ी के खिलाफ मीशो ने एक सक्रिय जाँच शुरू की, जिसके अंतर्गत कोलकाता और राँची में 40 से ज्यादा संदिग्धों के लिए 9 एफआईआर दर्ज कराई गईं। अधिकारियों के साथ मिलकर काम करते हुए मीशो ने खाते पर कब्जा करने की धोखाधड़ी को रोकने में 98 प्रतिशत की सफलता प्राप्त की, जिससे यूज़र की सुरक्षा और प्लेटफॉर्म की अखंडता के प्रति इसकी प्रतिबद्धता प्रदर्शित होती है।
लॉटरी फ्रॉड पूरे उद्योग में एक चुनौती बन गया है, जिसमें जालसाज प्रतिष्ठित ब्रांड्स का भेष बदलकर लोगों को चूना लगाते हैं। इससे निपटने के लिए मीशो ने कोलकाता, बैंगलुरू, और राँची में विस्तृत ऑनग्राउंड जाँचपड़ताल शुरू की, जिसके बाद इन धोखाधड़ी की योजनाओं के खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज कराई गईं। मीशो ने अक्टूबर, 2023 के बाद से लॉटरी फ्रॉड की घटनाओं को 75 प्रतिशत कम कर दिया है, जिससे यूज़र्स को इस तरह की धोखाधड़ी से सुरक्षा प्रदान करने की प्रभावशाली रणनीतियाँ प्रदर्शित होती हैं।
डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा, महानिदेशक, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, राजस्थान (पूर्व में महानिदेशक, विशेष अपराध एवं अभिलेख ब्यूरो तथा साइबर अपराध, राजस्थान) ने कहा, ‘‘ऑनलाईन धोखाधड़ी को रोकने के लिए मीशो के साथ मिलकर काम करने का अनुभव अच्छा है। हमारा यह गठबंधन नागरिकों को सुरक्षित डिजिटल वातावरण प्रदान करने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। अपनी विशेषज्ञता और संसाधनों की मदद से हमें विश्वास है कि हम उपभोक्ताओं और व्यवसायों, दोनों के लिए एक सुरक्षित ऑनलाईन वातावरण का निर्माण कर पाएंगे। जब मीशो जैसे औद्योगिक दिग्गज जागरुकता बढ़ाने के लिए हमारे साथ काम करते हैं, तो डिजिटल साक्षरता और जिम्मेदारी की संस्कृति का विकास होता है और धोखाधड़ी को रोके जाने की संभावनाएं कई गुना बढ़ जाती हैं।’’
मीशो ने ग्राहकों को जालसाजी की समस्याओं से बचाने के लिए बड़े कदम उठाए हैं ताकि ब्रांड में उनका भरोसा बना रहे। मीशो ने 25 विशेषज्ञ एजेंट्स की एक क्विक रिस्पॉन्स टीम बनाई है, जो तीव्र और प्रभावशाली समाधान प्रदान करेगी। यह हेल्पलाईन ऐप के अंदर है और ग्राहकों को 5 मिनट के अंदर सहायता प्रदान करती है। धोखाधड़ी वाली योजनाओं से यूज़र्स की और ज्यादा सुरक्षा करने के लिए मीशो ने विभिन्न थ्रेट इंटैलिजेंस प्लेटफॉर्म के साथ गठबंधन करके 18,000 से ज्यादा जाली सोशल मीडिया खातों और लगभग 130 नकली वेबसाईट्स/ऐप्स को हटाया है, जो कस्टमर सपोर्ट, जॉब पोर्टल, और लकी ड्रॉ के लिए इसके ब्रांड का गलत उपयोग करते थे।
मीशो ने धोखेबाजों द्वारा मीशो ब्रांड का उपयोग करके संदिग्ध वेबसाईट चलाने के खिलाफ प्रतिबंध लगाने के लिए माननीय दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर की। कोर्ट ने मीशो को एक ‘प्रसिद्ध मार्क’ के रूप में स्वीकार किया और डोमेन रजिस्ट्रार को इन साईट्स को निरस्त करने का आदेश दिया। न्यायालय ने कानून प्रवर्तन एजेंसियों को तफ्तीश करने, संबंधित बैंक खाते फ्रीज़ करने और उचित दंडात्मक कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए।
मीशो अपने सुरक्षा उपायों को मजबूत करके ग्राहकों को धोखाधड़ी और जालसाजी से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। मीशो एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म प्रदान करता है, जिस पर ग्राहक आत्मविश्वास के साथ गुणवत्तापूर्ण उत्पाद खरीद सकते हैं

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