-महामारी ने प्रोफेशनल्स को अपने करियर के बारे में फिर से सोचने को मजबूर कियाय भारत में नौकरी तलाश रहे 3 में से 2 लोग कोविड-19 के कारण उद्योग बदलना चाहते हैं
-भारतीय प्रोफेशनल कौशल संवर्धन कर अपने करियर में आगे बढ़ना चाहते हैंय 90 प्रतिशत मानते हं् कि वो नए कौशल सीखने में रुचि रखते हैं
देहरादून। आज अमेजन ने भारतीय प्रोफेशनल्स की नौकरी एवं करियर पर कोविड-19 के प्रभाव का आंकलन करने के लिए किए गए सर्वे के परिणाम साझा किए। यह अध्ययन ग्लोबल डेटा इंटैलिजेंस कंपनी, मॉर्निंग कंसल्ट द्वारा 17 अगस्त से 23 अगस्त, 2021 के बीच किया गया और इस सर्वे में भारत के 1000 प्रोफेशनल व्यस्कों ने हिस्सा लिया। इस अध्ययन में सामने आया कि भारतीय प्रोफेशनल्स नए व अलग तरह के काम तलाश रहे हैं। उनमें से 59 प्रतिशत नौकरी तलाश रहे हैं। सर्वे में सामने आए मुख्य परिणाम निम्नलिखित हैं।
कोविड-19 ने प्रोफेशनल्स को अपने करियर पर पुनः विचार करने के लिए मजबूर किया
कोविड-19 के कारण भारत में 3 में से 1 से ज्यादा (35 प्रतिशत) कार्यरत प्रोफेशनल्स के वेतन में कटौती की गई। भारत में नौकरी तलाश रहे 3 में से 2 से ज्यादा (68 प्रतिशत) लोग कोविड-19 के कारण किसी दूसरे उद्योग में काम करने की कोशिश कर रहे हैं। भारत में नौकरी तलाश रहे 3 में से 1 (33 प्रतिशत) व्यक्ति तुरंत ऐसी नई नौकरी तलाश रहे हैं, जहां पर वो ज्यादा उपयोगी काम कर सकें।
भारत में नौकरी तलाश रहे लोगों की नौकरी तलाशने की प्रक्रिया के बारे में नई चिंताएं हैं
नौकरी तलाश रहे 51 प्रतिशत भारतीय उन उद्योगों में अवसर तलाश रहे हैं, जिनमें उन्हें काम का कोई अनुभव नहीं। 55 प्रतिशत भारतीय मानते हैं कि नौकरी के लिए आवेदन करने के दौरान वो सबसे ज्यादा महत्व उससे मिलने वाले प्रतिफल को देते हैं। महामारी के बाद 56 प्रतिशत भारतीय प्रोफेशनल्स सबसे ज्यादा महत्व नौकरी की सुरक्षा को देते हैं। आधे भारतीय प्रोफेशनल्स (49 प्रतिशत) नौकरी के लिए उन अवसरों को ज्यादा महत्व देते हैं, जिनसे उन्हें सीखने और खुद का विकास करने में मदद मिले। 47 प्रतिशत भारतीय प्रोफेशनल्स के लिए नौकरी तलाशने के दौरान एक सुरक्षित कार्यस्थल पर काम करना अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
भारत में प्रोफेशनल्स प्रशिक्षण चाहते हैं
75 प्रतिशत भारतीयों को फिक्र है कि उनका मौजूदा कौशल पाँच सालों में पुराना हो जाएगा। 90 प्रतिशत भारतीय प्रोफेशनल्स करियर के नए कौशल सीखने में रुचि रखते हैं, इनमें से 74 प्रतिशत प्रोफेशनल्स ने बताया कि यह रुचि कोविड-19 महामारी का परिणाम है। भारत में 45 प्रतिशत प्रोफेशनल्स मानते हैं कि टेक्निकल और डिजिटल कौशल कॅरियर के विकास के लिए आवश्यक हैंय और लगभग 38 प्रतिशत का मानना है कि मार्केटिंग का कौशल करियर के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। कार्यरत 76 प्रतिशत भारतीय व्यस्कों को उनके नियोक्ताओं द्वारा अतिरिक्त प्रशिक्षण देकर पहले ही सहयोग किया जा चुका है। इनमें से 93 प्रतिशत व्यस्क इन प्रशिक्षणों का लाभ उठा चुके हैं। 97 प्रतिशत नौकरी का और ज्यादा प्रशिक्षण चाहते हैं।
इस अध्ययन में भारत में नौकरी तलाशने वालों की परिवर्तित होती चिंताओं, अपेक्षाओं, एवं रुचि को रेखांकित किया गया है। प्रोफेशनल्स उद्योगों एवं कौशल में विस्तार की संभावनाएं तलाश रहे हैं, ताकि वो नौकरी के बदलते बाजार में प्रासंगिक बने रहें।
2025 तक भारत में 20 लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियों का सृजन करने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, अमेजन ने हाल ही में देश के 35 शहरों- बैंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई, गुड़गांव, मुंबई, कोलकाता, नोएडा, अमृतसर, अहमदाबाद, भोपाल, कोयम्बटूर, जयपुर, कानपुर, लुधियाना, पुणे, सूरत आदि में 8000 प्रत्यक्ष नौकरियों की घोषणा की। नौकरी के ये अवसर कंज्यूमर, कॉर्पोरेट टेक्नॉलॉजी, कस्टमर सर्विस एवं ऑपरेशंस की भूमिकाओं में हैं।
अमेजन 16 सितंबर को भारत में अपने पहले करियर डे की मेजबानी कर रहा है। इस ईवेंट के द्वारा कंपनी का उद्देश्य नौकरी तलाशने वालों को एक मंच प्रदान करना है, जहां पर वो देख सकें कि अमेजन में काम करने का अनुभव कैसा है और यह कंपनी 21 वीं सदी में भारत को अपनी सामर्थ्य का विकास करने में मदद करने की अपनी प्रतिबद्धता के लिए कितनी दृढ़ है। इस ईवेंट में आगंतुकों को नौकरियों के विभिन्न दायित्वों एवं प्रतिभाओं को समझने का अवसर मिलेगा, जो मिलकर अमेजन को एक उत्तम कार्यस्थल बनाते हैं।
अमेजन करियर डे की शुरुआत 16 सितंबर को आईएसटी पर होगी।