सुराज सेवा दल ने सीएमओ के कार्यालय का घेराव कर ज्ञापन सौंपा

देहरादून। सुराज सेवा दल ने बुधवार को अस्पतालों द्वारा आयुष्मान कार्ड में हो रही धांधली व सरकारी अस्पतालों में अनुशासनहीनता को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय का घेराव कर ज्ञापन सौंपा। वहीं कोरोना काल मैं सबसे ज्यादा मृत्यु दर ऑक्सीजन की कमी भय व सही उपचार न मिलने की वजह से हुई जब सरकार की ओर से गोदामों पर ऑक्सीजन भेजी गई और मरीजों द्वारा आक्सीजन सिलेंडरों की मांग की गई तो गोदामों में कार्य कर रहे लोगों की ओर से कुछ इस तरह उत्तर दिए जाते थे जिनका वर्णन में विज्ञप्ति के माध्यम से कर रहा हूं-ः
1. गोदामों में ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं है जो ऑक्सीजन सिलेंडर है वह अस्पतालों के लिए है
हम जानना चाहते हैं कि जब अस्पतालों को लाइसेंस दिया जाता है तब नियमानुसार या तो 24 घंटे जितने भी बेड या मरीजों की कैपेसिटी होती है उसकी 24 घंटे ऑक्सीजन पूर्ति के लिए या तो ऑक्सीजन प्लांट होता है या फिर 24 घंटे लगातार ऑक्सीजन की पूर्ति हेतु सिलेंडरों को कोल्ड स्टोर में रखा जाए अगर इस नियमानुसार अस्पतालों में पर्याप्त सुविधा नहीं है तो उनका लाइसेंस दिया क्यों गया? और किसी कारणवश भूल से लाइसेंस दे भी दिया गया तो जानकारी मिलने के बाद तो उनके लाइसेंस रद्द करने चाहिए थे ऐसा क्यों नहीं किया गया? अगर अस्पताल सुचारू रूप से नियमानुसार चल रहे हैं तो कोरोना काल मैं ऑक्सीजन गोदामों में अस्पतालों के लिए क्यों रखा गया? यह बहुत बड़ा घोटाला है जिस की सीबीआई जांच की जाए
2.पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूरी के समय में मुख्यमंत्री स्वास्थ्य कार्ड योजना चली थी और उस कार्ड में अस्पताल जाते ही इलाज शुरू हो जाता था जबकि आज आयुष्मान कार्ड की बहुत बड़ी मार्केटिंग हो रही है 500000 तक का भुगतान अस्पतालों को देना होगा कहा जाता है लेकिन जब मरीज अस्पताल पहुंचता है तो उसको सारी जांच अपनी जेब से कराने पढ़ती हैं फिर उसमें सीएमओ से लिखवाना पड़ेगा तब आयुष्मान कार्ड चालू होगा इसमें जनता को बहुत परेशानी होती है और इसका पूर्ण लाभ नहीं लिया जाता है फिर जनता को गुमराह क्यों किया जा रहा है खंडूरी के समय का स्वास्थ्य कार्ड की तर्ज में आयुष्मान कार्ड को होना चाहिए
3.सरकारी अस्पतालों में मशीनें धूल खा रही हैं उनके तकनीशियन अस्पताल में मौजूद नहीं है आप दून अस्पताल को देख लीजिए दून अस्पताल की पूरी दीवारें और हर कमरे में जाले से भरे हुए शौचालयों का बुरा हाल
4.जिला एवं उप जिला अस्पतालों में ऑपरेशन थिएटर तकनीशियन के लिए सेवा योजना कार्यालय से जिलों में तत्काल नियुक्ति की जाए इस अवसर पर कावेरी जोशी राजेश लखेरा राजेंद्र पंत उज्जवल मोहिनी पूजा सुषेद रेखा गीता सुनीता कुसुम पूनम प्रकाश राजपाल सुमन लता हरवीर शौकीन आदि सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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