उपाधियां मिली तो खिल उठे छात्रों के चेहरे

ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी का दसवां दीक्षांत समारोह आयोजित

  • स्वामी चिदानंद, रुपिंदर सिंह, डॉ. जगदम्बा व साइना नेहवाल को मानद उपाधि से नवाजा
  • 99 टॉपर्स को गोल्ड, 98 को सिल्वर व 91 को ब्रॉंज मैडल मिले
  • 32 शोधकर्ताओं को पीएचडी की उपाधि दी गई

देहरादून। ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के दसवें दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय के 5317 छात्र-छात्राओं को उपाधियां प्रदान की गई। इस मौके पर बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल, भारतीय हॉकी खिलाड़ी रुपिंदर पाल सिंह को डॉक्टर ऑफ लिटरेचर, परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद व वन विशेषज्ञ डॉ. जगदम्बा प्रसाद चंद्रा को डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि से अलंकृत किया गया।
रविवार को ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी का दसवां दीक्षांत समारोह विवि के परिसर में आयोजित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि एआईसीटीई के चेयरमैन डॉ. अनिल डी. सहस्रबुद्धे व स्वामी चिदानंद सरस्वती रहे। दीक्षांत समारोह में सुपर स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल और भारतीय हॉकी टीम के अनुभवी ड्रैग फ्लिकर रुपिंदर पाल सिंह को डॉक्टर ऑफ लिटरेचर की मानद उपाधि दी गई, साइना नेहवाल के ना आने के कारण उनकी उपाधी रेखा घनसाला ने प्राप्त की। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती व वन विशेषज्ञ डॉ. जगदम्बा प्रसाद चंद्रा को डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि से अलंकृत किया गया। कुलपति डॉ. राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि इस दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय से वर्ष 2019, 20 और 2020 में पासआउट होने वाले 5317 छात्र-छात्राओं को उपाधियां प्रदान की गई। इसके साथ ही 99 टॉपर्स को गोल्ड मैडल, 98 को सिल्वर और 91 को ब्रॉंज मैडल से नवाजा गया। इस अवसर पर 32 शोधकर्ताओं को इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट और अन्य विषयों में शोध कार्य के लिए पीएचडी की उपाधि दी गई।
ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के चेयरमैन कमल घनसाला ने सभी छात्रों को शुभकामनाए देते हुए कहा कि आप के उपर देश के विकास व निर्माण की अहम जिम्मेदरी है।
मेडल तो दिवारों की शोभा बढ़ाते हैः स्वामी
देहरादून। ग्राफिक एरा डीम्ड विवि की ओर से डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि से अलंकृत किये गये परमार्थ निकेतन के संस्थापक अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि यह मेडल तो दिवारों की शोभा बढ़ाते है, मानव शिक्षा-दिक्षा से अपने जीवन में बदलाव लाए, अपनी सभ्यता-संस्कृति को संभाल सके तभी सार्थकता है, उन्होने पानी बचाने, सिंगल यूज प्लासटिक के उपयोग न करने का संकल्प दिलाया।
सरकारी नौकरी का भूत, बना रहा नकाराः चंद्रा
देहरादून। ग्राफिक एरा डीम्ड विवि की ओर से डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि से नवाजे गये वन विशेषज्ञ डॉ. जगदम्बा प्रसाद चंद्रा ने कहा कि आज का युवा विषेशकर उत्तराखण्ड का नौजवान सरकारी नौकरी की और भाग रहा है, जहां निश्चित वेतन-पेंशन मिलता है, मगर दुनिया जीतने का अवसर नही मिलता। सरकारी नौकरी हमे नकारा बना रही है। उन्होने अपने कई उधारण पेश किये, कहा कि प्राइवेट सेक्टर में लगन-मेहनत से आप नाम-पैसा अधिक कमा सकते है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *