देवस्थानम बोर्ड के विरोध में तीर्थ पुरोहितों के आंदोलन को समर्थन देने केदारनाथ पहुंचे कर्नल कोठियाल

-तीर्थ पुरोहितों से मुलाकात कर लिया बाबा केदार का लिया आशीर्वाद
देहरादून। आप सीएम उम्मीदवार कर्नल अजय कोठियाल आज देवस्थानम बोर्ड भंग करने की मांग को लेकर केदारनाथ पहंचकर तीर्थ पुरोहितों से मिले। यहां वो देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर  आंदोलन कर रहे तीर्थ पुरोहितों से मिले और उनके आंदोलन को अपना समर्थन दिया। वहीं आज आप कार्यकर्ता देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर सभी 70 विधानसभाओं में भी प्रदर्शन करते नजर आए। आज सुबह कर्नल कोठियाल केदारनाथ पहुंचे ,जहां उन्होंने पंडा पुरोहितों से मिलते हुए बाबा केदारनाथ के दर्शन भी किए। आप कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे कर्नल कोठियाल ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड पर सरकार सियासत कर रही है। पंडा समाज और तीर्थ पुरोहितों पर जबरदस्ती देवस्थानम बोर्ड को थोपा गया है जो सरासर गलत है।  देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ पंडा पुरोहित समाज के लोग पिछले दो साल से विरोध कर रहे हैं। लेकिन सरकार ने अभी तब बोर्ड के मसले पर कोई फैसला नहीं किया है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि, पुराने समय में पंडा समाज के लोग हरिद्वार जाते थे। गंगा में स्नान कर वापस अपने यजमानों को केदारनाथ लेकर आते थे , किसी से दान भी नही लेते थे। ये परंपरा सदियों से यूं ही चली आ रही है।   लेकिन देवस्थानम बोर्ड बनाकर सरकार उन पुरानी परंपराओं पर कुठाराघात कर रही हैं। उन्होंने कहा कि, सरकार बताए कि आखिर क्यों उसे देवस्थानम बोर्ड बनाने की जरुरत पडी।  पंडा समाज बोर्ड के विरोध में पीएम मोदी को अपने खून से चिट्ठी लिखकर भेज चुके हैं। लेकिन ना तो केन्द्र सरकार ने इस ओर कोई कदम बढाया ,ना ही राज्य सरकार ने । पुरानी रीतियों के मुताबिक पुरोहित केदारनाथ के दर्शन करने के बाद चार धामों की यात्रा करते थे, शीतकाल में वापस अपने यजमानों के घर जाते थे, और वहां से मेल मिलाप कर दक्षिणा लेकर वापस आते थे। आज भी ये परंपराएं हैं। लेकिन अब बोर्ड बनने से उनमें सरकार के प्रति रोष है ,जिसका खामियाजा पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को भुगतना पडा और उन्हें बिना दर्शन किए ही बैरंग लौटना पडा।
केदारनाथ पहुंचे कर्नल कोठियाल ने पंडा समाज की समस्याओं  और मांग को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री ,जो वहां पीएम के दौरे के निरिक्षण पर आए थे उनसे मुलाकात करनी चाही लेकिन सीएम धामी उनसे नहीं मिले। इस पर कर्नल कोठियाल ने कहा कि, जरुर कोई कारण होगा तभी मुख्यमंत्री धामी हमसे मिलना नहीं चाहते। उन्होंने कहा , हो सकता है मुख्यमंत्री देव स्थानम बोर्ड की वजह से नहीं मिले ,लेकिन  यदि मुख्यमंत्री हमसे बात करते ,तो देवस्थानम बोर्ड को लेकर पंडा पुरोहितों के हित में कोई अच्छा निर्णय निकाला जा सकता था। कर्नल कोठियाल ने कहा कि, पंडा समाज ,भक्तों को भगवान से मिलाने का काम करते हैं लेकिन आज पंडा समाज मुश्किल में है ,हम सबको उनका साथ देना चाहिए, उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं पंडा पुरोहित समाज खुश होकर नीचे उतरे, नहीं तो आम आदमी पार्टी की सरकार आते ही बोर्ड को भंग किया जायेगा। आप तीर्थ पुरोहितों का अपमान बिलकुल नहीं सह सकती।  केदारनाथ से ही पंडा पुरोहित, टैक्सी चालक संघ और दुकानदारों सहित स्थानीय लोगों की जीविका जुड़ी है। ऐसे में देव स्थानम बोर्ड बिना ,पंडा समाज से पूछे बनाना उचित नहीं है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *