21 साल के धोखे और टूटे सपनों को 21 महीनों में करेंगे पूराः सिसोदिया

हल्द्वानी। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने हल्द्वानी पहुंचकर रामलीला मैदान में विशाल जनसभा को संबोधित किया। देर शाम हल्द्वानी पहुंचे मनीष सिसोदिया इससे पहले लालकुआ के एक सरकारी स्कूल के निरीक्षण पर गए जहां स्कूल के हालात को देखकर उन्होंने उत्तराखंड के स्कूल के हालतपर अफसोस जताया। इसके बाद वो हल्द्वानी के रामलीला मैदान में मौजूद भीड़ के बीच पहुंचे और जनसभा को संबोधित किया। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने वहां मौजूद भीड़ को  भाइयों बहनों और बुजुर्गों को नमस्कार,से संबोधन शुरू किया। इसके बाद उन्होंने कहा, इतनी बड़ी संख्या में यहां मौजूद भीड़ ये बताने के लिए काफी है कि आने वाले समय में कांग्रेस बीजेपी की राजनीति का सफाया होने का साफ संकेत दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा,यहां मौजूद आप के कई नेताओं कार्यकर्ताओं ने यहां पर आप को मजबूत करने का काम किया जिसकी वजह है कि आज यहां इतनी भीड़ मौजूद है जो उत्तराखंड की राजनीति में परिवर्तन करने को तैयार है।इसके लिए उन्होंने मौजूद सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया और  आप नेताओं और कार्यकर्ताओं को बधाई दी।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अपने संबोधन में कहा,जब मैं एयरपोर्ट से यहां आ रहा था तो  रास्ते में उत्तराखंड के सरकारी स्कूल के मां सरस्वती के प्रांगण में रुका। जब मैं अंदर पहुंचा तो  मैंने कल्पना भी नहीं की थी इतना खराब स्कूल देखने को मिलेगा इससे खराब स्कूल मैंने अपनी जिंदगी में नहीं देखा।  वहां पर दो छोटे छोटे कमरे बने हैं जिनमें एक में प्रिंसिपल बैठते हैं।  टीन की शेड बनाकर ईंट की कच्ची दीवार बना दी और वहीं  कक्षा 1, 2, 3, 4 लिखकर ,बच्चे जमीन पर  बैठकर पढ़ते हैं। उन्होंने कहा, उत्तराखंड के बच्चे का भविष्य यहां की सरकारों द्वारा बर्बाद किया जा रहा है । ये सरकार बड़े-बड़े दावे करते हैं । हमने इतने काम कर दिए, अखबारों में विज्ञापन देते हैं। अगर उत्तराखंड के स्कूल के बच्चों के लिए  स्कूल ना बना पाए तो,इनको डूब मरना चाहिए।  इन्होंने उत्तराखंड के  बच्चों के भविष्य के लिए कोई काम नहीं किया।
उन्होंने कहा,जब हम दिल्ली में सरकार में आए थे, तो दिल्ली के सरकारी स्कूलों की हालत भी लगभग ऐसी थी। लेकिन अरविंद केजरीवाल जी ने काम करने की नियत से सरकार चलाई तो, 5 साल में दिल्ली के सरकारी स्कूल कहां से कहां पहुंच गए,ये  आप सब जानते हैं । आज प्राइवेट स्कूलों से लोग  दिल्ली के सरकारी स्कूलों में बच्चों को डाल रहे हैं। पिछले 21 सालों में बीजेपी और कांग्रेस के राज में एक भी स्कूल ठीक नहीं हुआ जबकि केजरीवाल ने 5 साल में दिल्ली के सभी स्कूल ठीक कर दिए। उन्होंने कहा,अगर दिल्ली में स्कूल ठीक हो सकते हैं तो उत्तराखंड में क्यों नहीं हो  सकते हैं।  उन्होंने कहा ये बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं की साजिश है । उत्तराखंड के बच्चों के खिलाफ,बीजेपी और कांग्रेस के लोग  साजिश करते रहे,जानबूझकर कर। उनको पता है अगर यह बच्चा अच्छा पढ़ गया तो सवाल पूछेंगे ,आंखों में आंखें   डाल कर पूछेंगे ,बताओ हमारे हक का हिस्सा कहां है। ये नेता आपके  बच्चों के हक की चोरी करते हैं  इसलिए आपको बच्चों को  पढ़ने नहीं देना चाहते।
उन्होंने कहा,आज उत्तराखंड की जनता के पास विकल्प है । अब उत्तराखंड का एक-एक स्कूल उत्तराखंड के लोगों के एक-एक वोट से बनेगा। आप  लोगों की ताकत से बनेगा । अगर दिल्ली में ये हो सकता तो उत्तराखंड में क्यों नहीं । दिल्ली में कुछ काम करना हो तो एलजी के पास जाना पड़ता जबकि यहां ऐसा कुछ नहीं है।  दिल्ली में स्कूल में टीचर भी लगाना होता तो, फाइल एलजी के पास जाती है। मनीष सिसोदिया ने कहा,जनता ने इन दोनों दलों को देख लिया है। वोट मांगने आए तो कहना, इस बार तुमको भी देख लिया तुमको भी देख लिया,अबकी  वोट मांगने आए तो कहना इस बार वोट तो स्कूल के नाम पर पड़ेगा । ना कांग्रेस का नाम पर,ना  बीजेपी के नाम पर  पड़ेगा । इस बार का वोट स्कूल के नाम पर पड़ेगा । उन्होंने कहा,बात केवल  स्कूलों की  नहीं है । इन्होंने हर  चीज में उत्तराखंड को बर्बाद किया।  अगर दिल्ली में 24 घंटे सस्ती बिजली, फ्री बिजली मिल सकती है तो उत्तराखंड में क्यों नहीं । अगर दिल्ली सरकार लाखों  युवाओं को रोजगार दे सकती है 17000 टीचर भर्ती कर सकती है तो उत्तराखंड में भी कर सकती है।

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