उत्तरकाशी बर्फबारी से गंगोत्री हाईवे हुआ बंद, ठंड से फटी पेयजल लाइन

  • बर्फबारी से कोरी ठंड से मिलेगी राहत, हर्षिलघाटी का दिलकश हुआ नजारा

उत्तरकाशी । जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में लगातार भारी बर्फबारी जारी है। वहीं भारी बर्फबारी के चलते गंगोत्री हाईवे सुक्की टॉप से लेकर गंगोत्री तक कई स्थानों पर बाधित हो गया है। जिले में इतनी कड़ाके की ठंड है कि कई स्थानों पर पेयजल पाइप लाइन फट गई हैं। पहाड़ों में बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है बीती मंगलवार दोपहर बाद से जनपद के ऊंचाई वाले इलाकों में लगातार भारी बर्फबारी हो रही है। भारी बर्फबारी के कारण जनपद के उपला टकनौर सहित मोरी और बड़कोट के ऊंचाई वाले गांवों में जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।कम तापमान के कारण बर्फबारी वाले इलाकों में पाइप लाइन फट गई हैं। इस कारण हर्षिल में उत्तराखंड पुलिस के जवानों और ग्रामीणों को भागीरथी नदी से जल आपूर्ति करनी पड़ रही है। भारी बर्फबारी के चलते गंगोत्री हाईवे सुक्की टॉप से लेकर गंगोत्री तक कई स्थानों पर बाधित हो गया है। यहां पर सीमा सड़क संगठन की मशीनरी और मजदूर हाईवे खोलने में जुटे हुए हैं। उत्तरकाशी में बर्फबारी जिले में जारी भारी बर्फबारी के कारण जनपद की हर्षिल सहित गंगोत्री घाटी में हिमयुग से हालात पैदा हो गए हैं। भारी बर्फबारी के चलते गंगोत्री हाईवे सुक्की टॉप से बंद हो गया है। हर्षिल घाटी सहित भारत-चीन अंतरराष्ट्रीय सीमा और गंगोत्री धाम का सम्पर्क जिला मुख्यालय से कट गया है। ऊंचाई वाले इलाकों में 2 फीट तक बर्फबारी हो चुकी बीआरओ के अधिकारी वीनू वीएस ने बताया कि सुक्की टॉप में मजदूरों की मदद से गंगोत्री हाईवे पर बर्फ हटाई जा रही है। साथ ही भैरो घाटी में भी मशीनरी हाईवे सुचारू करने का प्रयास कर रही है। भारी बर्फबारी के चलते हर्षिल घाटी में जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बर्फबारी के कारण तापमान माइनस में जाने के कारण क्षेत्र में पाइपलाइन फट गई है। इस कारण पेयजल आपूर्ति ठप हो गई है। हर्षिल में तैनात हर्षिल थाने के जवान भागीरथी नदी से बर्फबारी के बीच पेयजल आपूर्ति पूरी कर रहे हैं। वहीं अभी भी हर्षिल घाटी में बर्फबारी जारी है। बुधवार को उत्तरकाशी में भी खराब मौसम के बीच हल्की बारिश जारी है। उत्तरकाशी सहित डुंडा, भटवाड़ी, पुरोला, मोरी आदि जगहों पर भी बारिश से पूरा जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। ठंड से जन-जीवन खासा प्रभावित रहा गंगोत्री व यमुनोत्री धाम सहित ऊंचाई वाले इलाकों में बीते मंगलवार से बर्फवारी शुरू हो गई थी। रात के समय और अधिक तापमान गिरने से भटवाड़ी से आगे सुखी, झाला, हर्षिल, गंगोत्री में जमकर बर्फबारी हुई है जिससे कि गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सुखी से आगे से बाधित हो चुका है । बर्फबारी से हर्षिल घाटी से लेकर गंगोत्री तक का नजारा दिलकश हो गए हैं। यूं तो इस बार देरी से हो रही बर्फबारी व बारिश से पहाड़ों में कोरी ठंड का प्रकोप था। इससे चारा पति की भी क्षेत्र में पशुपालन को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं गेहूं की फसलें और सेब बागवानी फलों के लिए भी इस बार का मौसम नुकसानदायक माना जा रहा है। क्योंकि सेब की फसलों के लिए 90 दिन से अधिक तक जीरो डिग्री सेल्सियस तापमान से नीचे का तापमान की आवश्यकता होती है।

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