खटीमा में गले में भाजपा का पटका डाल वोट करने पहुंचे मुख्यमंत्री धामी

  • कांग्रेस के साथ ही आम आदमी पार्टी हुई मुखर
  • भाजपा पर सत्ता के दुरूपयोग का लगाया आरोप
  • आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर जताई सख्त नाराजगी

खटीमा। सीएम पुष्कर सिंह धामी और उनकी पत्नी के पोलिंग बूथ पर भाजपा का पटका पहनकर वोट करने के मामले में कांग्रेस अब मुखर नजर आ रही है। कांग्रेस ने भाजपा पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। सोमवार की सुबह सीएम धामी अपनी मां और पत्नी संग पोलिंग बूथ पर भाजपा का पटका पहनकर वोट डालने गए थे। जिस पर कांग्रेस नेताओं ने सवाल खड़े किये हैं। खटीमा विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी भुवन कापड़ी ने कहा कि सीएम धामी सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं। बीते दिनों उन्होंने चुनाव को प्रभावित करने के लिए चुनाव प्रचार समय सीमा खत्म होने के बाद भी क्षेत्र में प्रचार किया। वहीं कांग्रेस प्रवत्तफा गरिमा दसौनी का कहना है कि भाजपा चुनाव को प्रभावित करने लिए कुछ भी कर सकती है। सीएम धामी का अपनी पत्नी के साथ पोलिंग बूथ पर भाजपा का पटका पहनकर वोट करने जाना इसी की बानगी है। हैरत की बात है कि पोलिंग बूथ पर तैनात पीठासीन अधिकारी ने भी इस पर कोई आपत्ति नहीं जताई। ऐसे में जल्द ही कांग्रेस इस मामले को निर्वाचन आयोग के संज्ञान में लाएगी।  वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार एसएस कलेर ने सोमवार को मुख्यमंत्री धामी और उनकी पत्नी पर सत्तारूढ़ भाजपा के चुनाव चिह्न के साथ पटका पहनकर मतदान केंद्रों पर जाकर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। कलेर ने सीएम धामी पर एक दर्जन से अधिक वाहनों के काफिले में सवार होकर एक बूथ से दूसरे बूथ पर जाकर आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। खटीमा से धामी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे कलेर ने कहा कि भाजपा की ओर से सोशल मीडिया पर शेयर की गई तस्वीरों से दंपति की ओर से किया गया आचार संहिता का उल्लंघन स्पष्ट था। उन्होंने कहा कि ‘मैं फिर से रिटर्निंग ऑफिसर के पास शिकायत दर्ज कराऊंगा’।  चुनाव के नियमों में पार्टी का चुनाव चिन्ह पहनना या मतदान केंद्रों के पास प्रचार सामग्री प्रदर्शित करना मना है। वह एक दर्जन से अधिक वाहनों के काफिले में कैसे चल सकते हैं और कैसे बूथ से बूथ तक प्रचार कर सकते हैं? रविवार को भी मैंने धामी के खिलाफ इलाके में प्रचार करने और वोटरों में पैसे बांटने की शिकायत दर्ज कराई थी। धामी के मीडिया सलाहकार विश्वास डोभाल ने आरोपों से इनकार किया। उन्होंने कहा कि धामी मुख्यमंत्री हैं। वह जहां भी जाते हैं लोग उनके आसपास जमा हो जाते हैं। वह प्रचार नहीं कर रहे हैं। वह किसी भी अन्य राजनीतिक नेता की तरह ही मतदान केंद्रों का दौरा कर रहे हैं।  डोभाल ने कहा कि इस तरह के बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं क्योंकि भाजपा के प्रतिद्वंद्वियों को अहसास हो गया है कि उनके पास सीट जीतने का कोई मौका नहीं है। रिटर्निंग ऑफिसर रवींद्र सिंह बिष्ट ने कहा कि कलेर की शिकायत की जांच के लिए एक टीम भेजी गई थी, लेकिन उसे ऐसा कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि आज  धामी और उनकी पत्नी के पार्टी का चिन्ह पहनकर वोट डालने के मुद्दे के संबंध में, हम मामले की जांच करेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे।

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