पूर्व विधायक ओम गोपाल सहित आठ आंदोलनकारियों की रिहाई से क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर

वाचस्पति रयाल‍@

नरेन्द्र नगर ।पावर ग्रिड द्वारा दर्ज मुकदमे के 7 बरसों बाद माननीय जिला न्यायालय टिहरी गढ़वाल द्वारा पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत सहित आठ आंदोलनकारियों को निर्दोष पाए जाने पर न्यायालय से बरी कर दिये जाने की खबर से उत्साहित क्षेत्र वासियों में खुशी की लहर है।
बताते चलें कि आज से 7 साल पहले वर्ष 2014 में विकासखंड नरेन्द्रनगर की पट्टी क्वीली के सौंटियाल गांव के बीच से गुजर रही पावर ग्रिड की बड़ी विद्युत लाइन का करंट गांव में फैलने से 3 भैंसें जान गवां चुकी थी,जबकि 4 ग्रामीण बुरी तरह झुलस गए थे।
क्षेत्रवासियों के अनुरोध के बावजूद पावर ग्रिड के कर्मचारियों द्वारा विद्युत लाइन को शट डाउन न करने तथा झुलसे लोगों को उपचार के लिए वाहन उपलब्ध न कराये जाने से गुस्साए ग्रामीणों व कंपनी के बीच तीखी नोकझोंक/झड़पें हुई थी।
मगर देर रात तक कंपनी और ग्रामीणों के बीच लिखित समझौता होने के बाद झगड़ा शांत हो गया था।
इसी दिन पावर ग्रिड अपना 25वां स्थापना दिवस मनाने में मशगूल भी था।
अच्छे-खासे समझौते के बावजूद ग्रामीण उस वक्त सकते में आ गये,जब दो दिन बाद पावर ग्रिड ने पूर्व विधायक ओम गोपाल सहित 33 लोगों के विरुद्ध जूनियर डिवीजन मजिस्ट्रेट नरेंद्र नगर की अदालत में मुकदमा ठोंक डाला।
इस मामले में सुनवाई के बाद सब जूनियर डिविजन न्यायालय नरेंद्रनगर की अदालत ने 25 लोगों को तो बरी कर दिया, मगर पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत सहित 8 लोगों को 23 माह की कारावास की सजा सुना दी।
उक्त सजा के विरुद्ध पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत सहित आठ लोगों ने माननीय जिला न्यायालय टिहरी में अपील दायर की।
7 वर्षों तक जिला न्यायालय में चले मुकदमे के दौरान माननीय जिला न्यायालय ने तमाम दलीलों को सुनने के बाद साक्ष्यों के अभाव में पूर्व विधायक ओम गोपाल सहित आठ आंदोलनकारियों को बाइज्जत बरी कर दिया।
अपने निर्दोष बरी होने पर पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत ने कहा कि उन्हें न्यायालय पर पूरा भरोसा था, कि किसी साजिश के तहत कंपनी द्वारा जबरन किए गये इस मुकदमे का कोर्ट दूध का दूध और पानी का पानी करेगा,जो आज साफ हो गया है।
पूर्व विधायक ने कहा कि पावर ग्रिड की विद्युत लाइन से सौंटियाल गांव में करंट फैला था, 3 भैंसे झुलस कर मरी थीं, चार व्यक्ति बुरी तरह झुलस गए थे,लोगों के घरों की विद्युत लाइनें व अन्य सामान को भी काफी नुकसान पहुंचा था।
कहा कि कंपनी और ग्रामीणों के बीच गहन विचार-विमर्श के उपरांत हुए आपसी समझौते के 2 दिन बाद कंपनी ने भोले-भाले ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर घटिया मानसिकता का परिचय दिया है।
पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत ने साफ शब्दों में कहा कि कंपनी को इस तरह के कुकृत्यों से बाज आना चाहिए,और भोले-भाले ग्रामीणों की पीठ पर इस तरह से छुरा घोंपने की साजिश से बचना चाहिए।
उधर पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत सहित 8 व्यक्तियों को कोर्ट से बाइज्जत बरी करने पर क्षेत्र में खुशी का माहौल है।
लोगों ने जगह-जगह खुशी में एक दूसरे को मिष्ठान वितरित किए।

पूर्व विधायक ओम गोपाल ने कहा कि जन समस्याओं के निराकरण में कई तरह की दिक्कतें पैदा होती हैं।
कहा जन समस्याओं के निराकरण में किसी तरह की व्यक्तिगत समस्या चाहे उन्हें क्यों न उत्पन्न हो,वे जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ते हुए दृढ़ता से हर बाधा को पार करते रहेंगे।
आंदोलनकारियों की रिहाई को पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत ने ग्रामीणों,क्षेत्रवासियों और सच्चाई की जीत बताया। उल्लेखनीय है कि पावर ग्रिड कंपनी द्वारा वर्ष 2014 में पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत के अलावा,भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष गिरीश बंठवाण, प्रकाश बिजल्वाण,बेताल सिंह चौहान,जवाहर सिंह,गुलाब सिंह,कुंदन दास व बुद्धि प्रकाश बिजल्वाण सहित अन्य 25 व्यक्तियों पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया था।

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