60 युवा भारतीय वर्ल्डस्किल्स ल्योन फ्रांस में 70 देशों के खिलाफ भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार हैं

देहरादून। कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय ने वर्ल्डस्किल्स के लिए भारत की अब तक की सबसे बड़ी टीम को प्रतियोगिता के लिए रवाना करने से पहले विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया, इस टीम में 60 प्रतिभागी शामिल हैं। कुशल प्रतिभागी फ्रांस के ल्योन में 70 से अधिक देशों से आए प्रतिभागियों के साथ 61 श्रेणियों में मुकाबला करेंगे। इस अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आयोजन 10-15 सितम्बर 2024 के बीच यूरो एक्सपो ल्योन में होगा, जिसमें 1400 से अधिक प्रतियोगी और 1300 से अधिक विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे। उम्मीद है कि इस प्रतियोगिता में 2.5 लाख से अधिक प्रतिभागी शामिल होंगे।
जयंत चौधरी, राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय और राज्य मंत्री, शिक्षा मंत्रालय ने समारोह के दौरान भारतीय टीम को सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं, जो इस द्विवार्षिक वर्ल्डस्किल्स प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व करने जा रहे हैं।
2022 में आयोजित पिछले संस्करण में हम 11वें स्थान पर रहे। हमारी टीम बेहद प्रतिभाशाली है और हम सबसे बड़े दल को प्रतियोगिता के लिए रवाना कर रहे हैं। इसलिए मुझे उम्मीद है कि इस बार हम टॉप 10 में रहेंगे। पूरे देश की निगाहें हमारे प्रतिभाशाली युवाओं पर टिकी हैं, आप पहले से विजेता हैं और आपकी प्रतिभा निश्चित रूप से दुनिया भर के उद्योगों को आकर्षित करेगी। भारत का प्रतिनिधित्व करना कोई छोटी बात नहीं, आप कई चुनौतियों का सामना करने के बाद यहां तक पहुंचे हैं। यह हमारे प्रतिभागियों के लिए विशेष अवसर है। हमें उम्मीद है कि हमारे प्रतिभागी कौशल भारत मिशन के साथ दूत के रूप में जुड़े रहेंगे और हमारे कार्यों, योजनाओं एवं पहलों का प्रसार करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय कौशल के ओलम्पिक गेम्स के रूप में विख्यात इस प्रतियोगिता के लिए भारत अपने 60 प्रतिस्पर्धियों को भेज रहा है जो 70 से अधिक देशों से आए प्रतिभागियों के साथ 52 श्रेणियों में मुकाबला करेंगे। 52 से अधिक वर्ल्डस्किल्स विशेषज्ञों और 100 से अधिक ओद्यौगिक एवं अकादमिक साझेदारों ने भारतीय टीम को प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें प्रतियोगिता के लिए तैयार किया है, गौरतलब है कि इस बार हम सबसे बड़ी टीम को वर्ल्डस्किल्स ल्योन भेज रहे हैं।
जानी-मानी कंपनियों जैसे टोयोटा किरलोस्कर, मारूति, लिंकन इलेक्ट्रिक आदि के सहयोग से आयोजित प्रशिक्षण प्रोग्रामों ने भारतीय टीम को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस साल देश भर के ओद्यौगिक लीडर्स और संस्थानों ने प्रतिभागियों को प्रशिक्षण  प्रदान किया- जैसे फेस्टो इंडिया ने इंडस्ट्री 4.0 में, एनआईएफटी दिल्ली ने फैशन टेक्नोलॉजी में, एल एण्ड टी ने ब्रिकलेइंग और कॉन्क्रीट निर्माण में प्रशिक्षण प्रदान किया। इस तरह की साझेदारियां प्रशिक्षण में सर्वाेच्च मानकों को सुनिश्चित करती हैं और हमारे कुशल कार्यबल के भविष्य को आयाम देने में उद्योग जगत की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाती हैं। इस साल की टीम और भी खास है, जहां महिलाएं पुरूष प्रधान क्षेत्रों जैसे वेल्डिंग, प्लम्बिंग और हीटिंग आदि में प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। यह टीम भारत की विविधता को भी दर्शाती हे, जिसमें देश के हर कोने से प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। इनमें मिज़ोरम से लेकर जम्मू-कश्मीर, उत्तर से लेकर दक्षिण, पूर्व से लेकर पश्चिम और यहां तक कि अंडमान निकोबार द्वीपसमूहों से आए प्रतिभागी भी शामिल हैं।
समारोह के दौरान अतुल कुमार तिवारी, सचिव, एमएसडीई ने कहा कि यह कौशल समुदाय के लिए गर्व का समय है। हमें अपनी सोच को बदलना होगा, जहां डिग्री को ज़्यादा महत्व दिया जाता है। हमें 2047 तक विकसित भारत के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए क्रेडिट आधारित कौशल शिक्षा को महत्व देना होगा। उत्तर से लेकर दक्षिण, पूर्व से लेकर पश्चिम तक ये 60 युवा चैम्पियन भारत की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा और विविधता का प्रतीक हैं। वे 70 देशों से आए 1400 प्रतिभागियों के साथ मुकाबला करने जा रहे हैं, ऐसे में यह देश के कौशल समुदाय के लिए गौरव का समय है। पुरुष प्रधान क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी, तथा उद्योग जगत के लीडर्स के सहयोग से उनकी मजबूत तैयारी, सभी बाधाओं को दूर करने और नए मानक स्थापित करने की देश की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

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