भाजपा को बड़ा झटका, टिहरी से भाजपा विधायक धन सिंह नेगी कांग्रेस में शामिल

देहरादून। उत्तराखंड में जैसे-जैसे मतदान की तिथि नजदीक आ रही है वैसे ही सियासी जंग तेज होती जा रही है। चुनावी मौसम में दलबदल का दौर भी तेजी से चल रहा है ।गुरुवार को कांग्रेस से निष्कासित पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा मुख्यालय में  चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने उपाध्याय को पार्टी की सदस्यता दिलाई। उपाध्याय को भाजपा ने  टिहरी विधानसभा से हाथों हाथ प्रत्याशी भी घोषित कर दिया। इससे पहले बुधवार को कांग्रेस ने किशोर उपाध्याय को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था ।किशोर उपाध्याय के भाजपा में आने से नई टिहरी विधानसभा में चुनावी जंग रोचक हो गई है।
टिहरी से वर्तमान में भाजपा विधायक धन सिंह नेगी ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है ।कांग्रेस उन्हें नई टिहरी से प्रत्याशी बना सकती है ,इस बात की पूरी संभावना जताई जा रही है। टिकट कटने से नाराज धन सिंह नेगी ने भाजपा को अलविदा कहा है। ऐसे में  टिहरी से टिकट मिलने पर इस विधानसभा पर चुनावी जंग रोचक होगी इसमें कोई दो राय नहीं है। भाजपा किशोर उपाध्याय को पार्टी में आने का गिफ्ट नई टिहरी से टिकट देकर दे चुकी है। टिहरी से भाजपा विधायक धन सिंह नेगी गुरुवार की सुबह पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के आवास पर पहुंचे और कांग्रेस के प्रति अपनी निष्ठा जाहिर की और पार्टी में शामिल हो गए। कांग्रेस ने धन सिंह नेगी को पार्टी में शामिल  करा कर भाजपा पर पलटवार भी कर दिया है।

भाजपा से नजदीकियों के चलते ही कांग्रेस ने की थी किशोर के खिलाफ कार्रवाई

देहरादून ।पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय को कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण 6 साल के लिए निष्कासित किया था ।भाजपा से उपाध्याय की नज़दीकियों के बीच कांग्रेस ने उन्हें सभी पदों से पिछले दिनों हटाते हुए बड़ा फैसला लिया था ।किशोर उपाध्याय के बारे में पिछले कई दिनों से लगातार असमंजस बना हुआ था ।हालांकि उनके भाजपा में जाने को लेकर सियासी गलियारों में लगातार चर्चाएं होती रही। भाजपा ने अपनी दो सूचियों में नई टिहरी से किसी को उम्मीदवार नहीं बनाया था, ऐसे में कहा जा रहा था कि किशोर उपाध्याय जल्द  भाजपा में शामिल होंगे और उन्हें  टिहरी से चुनावी रण में उतारा जाएगा । आखिरकार गुरुवार को किशोर उपाध्याय भाजपा में शामिल हो गए और हाथों हाथ उन्हें टिहरी से पार्टी ने टिकट भी दे दिया। उल्लेखनीय है कि किशोर उपाध्याय 2002 और 2007 में नई टिहरी से दो बार विधायक रहे  हैं ।2012 के विधानसभा चुनाव में किशोर उपाध्याय निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे दिनेश धनै से  हार गए थे। उसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में किशोर उपाध्याय देहरादून जनपद की सहसपुर सीट से चुनावी मैदान में उतरे मगर उन्हें यहां भी भाजपा के सहदेव सिंह पुंडीर ने हराया ।2014 में किशोर उपाध्याय को कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया और 2017 तक वह इस पद पर रहे। पिछले दिनों उनकी कांग्रेस में रहते पूर्व सीएम हरीश रावत से कुछ मुद्दों पर नोकझोंक भी चली। इसके बाद उन्होंने भाजपा के नेताओं से मुलाकात की ,जिसकी खबरें बाहर आने के बाद कांग्रेस ने उन्हें प्रदेश समन्वय समिति के अध्यक्ष शहीद अध्यक्ष सहित पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था। साथ ही इस मामले में आगे भी कार्यवाही के संकेत दिए थे ।इस बारे में प्रदेश प्रभारी देवेंद्र कुमार यादव ने उपाध्याय को भेजे गए पत्र में भाजपा सरकार के खिलाफ कांग्रेस की लड़ाई को कमजोर करने का गंभीर आरोप लगाया था। किशोर उपाध्याय के खिलाफ कांग्रेस की ओर से की गई कार्रवाई के बाद यह बात साफ हो गई थी कि उपाध्याय अब भाजपा में शामिल होंगे।

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