टीकाकरण महाभियान को सफल बनायेंगे जिलाधिकारी
स्वास्थ्य मंत्री ने वुर्चअल बैठक में दिये आवश्यक दिशा-निर्देश
17 सितम्बर को प्रदेशभर में एक हजार स्थानों पर चलेगा टीकाकरण अभियान
देहरादून: सूबे में आगामी 17 सितम्बर को टीकाकरण के महाभियान को सफल बनाने के लिए सभी जिलाधिकारियों को अपने-अपने जनपदों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जबकि राज्य में कोविड नियमों का सख्ती से पालन की जिम्मेदारी दोनों मंडलायुक्तों को दी गई है। इस अभियान के तहत प्रदेशभर में एक हजार केन्द्रों पर वैक्सीन की प्रथम व द्वितीय डोज लगाने की पूरी तैयारी कर ली गई है। जिलाधिकारियों एवं मुख्य चिकित्साधिकारियों की वर्चुअल मीटिंग के उपरांत स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि आगामी 17 सितम्बर को राज्यभर में एक हजार स्थानों पर वैक्सीनेशन कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। जिसमें कोविड वैक्सीन की प्रथम व द्वितीय खुराक लगाई जायेगी। इस अभियान को सफल बनाने के लिए जिलाधिकारियों को विशेष जिम्मेदारी सौंपी गइ है। सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि अपने-अपने जिलों में कम से कम 25 स्थानों पर वैक्सीनेशन कैंप आयोजित करवाये जाय। इसके अलावा बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों तथा मजदूर बहुल्य क्षेत्रों में शिविर लगा कर लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित किया जाय। इस अभियान को सफल बनाने के लिए आशा, आंगनबाडी कार्यकत्री, स्वयं सेवी संगठन, तहसील एवं विकास खंड स्तर के फिल्ड कर्मचारियों के साथ ही जनप्रतिनिधियों, ग्राम प्रधानों, वार्ड सदस्यों आदि का सहयोग लेने के निर्देश दिये गये हैं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि सरकार किसी भी सूरत में दिसम्बर 2021 तक शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल करना चाहती है जिसके लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। वर्चुअल मीटिंग के दौरान अमित नेगी ने दोनों मंडलायुक्तों को राज्य में कोविड नियमों का सख्ती से पालन कराने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मंडलायुक्त अपने स्तर से पुलिस एवं जिला प्रशासन के साथ के साथ बैठक कर नियमों के पालन हेतु कार्य योजना तैयार करें। समीक्षा बैठक के दौरान सभी जिलाधिकारियों ने अपने-अपने जनपदों की वैक्सीनेशन की प्रगति आख्या एवं संभावित तीसरी लहर के लिए की जा रही तैयारियों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को संभावित तीसरी लहर की रोकथाम के लिए किये जा रहे तैयरियों की भी लगातार समीक्षा करनी होगी। वर्चुअल मीटिंग में स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी, डा. पंकज पाण्डे, मेडिकल विश्वविद्यालय के कुलपति डा. हेमचन्द्र, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. तृप्ति बहुगुणा, निदेशक डॉ. सरोज नैथानी, सभी जनपदों के जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।