रूद्रपुर। सन् 1999 मे हुए कारगिल युद्ध के शहीदों की स्मृति मे 22वीं कारगिल दिवस को जनपद भर मे शौर्य दिवस के रूप मे श्रद्धापूर्वक मनाया गया। कोविड-19 को देखते हुये सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुये मुख्य कार्यक्रम पुलिस लाइन स्थित शहीद स्मारक स्थल मे आयोजित हुआ। इस अवसर पर जिलाधिकारी श्रीमती रंजना राजगुरू, क्षेत्रीय विधायक राजकुमार ठुकराल, अध्यक्ष वन विकास निगम सुरेष परिहार, मेयर रामपाल सिंह, वरिश्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर, अपर जिलाधिकारी जगदीश चन्द्र काण्डपाल, ओसी एनएस नबियाल, मुक्ता मिश्रा, संयुक्त विषाल मिश्रा, एएसपी ममता बोहरा, एएसपी मिथलेष कुमार, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कै0 रंजीत सेठ, पुलिस विभाग एवं विभिन्न विभागो के अधिकारियो, जनप्रतिनिधियो व भूतपूर्व सैनिको द्वारा कारगिल युद्ध मे शहीद हुए जनपद के हवलदार पदम राम व राइफलमैन अमित नेगी के चित्रो पर पुश्पचक्र अर्पित किये।
जिलाधिकारी ने कारगिल दिवस के शहीदो को नमन करते हुए कहा कि सैनिक कठिन परिस्थितयों मे भी सीमाओं पर देश की रक्षा कर रहे है, हम उनके परिजनो को सम्मान दे साथ ही सैनिकों का कोई भी कार्य हो उसे प्राथमिकता से पूर्ण चाहिये। जिन वीर सैनिको ने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर किये है, उन्हे याद करने के साथ उनकी कुर्बानी को भी याद रखना चाहिये। उन्होंने कहा वीर शहीदो के परिवारों के प्रति हमारा जो दायित्व बनता है, उसे हमे पूरा करना चाहिये ताकि वे अपने को गौरवान्वित महसूस करें, यही उन वीर सपूतो को जिन्होने देष की रखा के लिये अपने प्राणों की आहूती दी। उन्होंने कहा देश प्रेम की भावना सभी मे जागृत होनी चाहिए, हमें जो जिम्मेदारियां दी गयी है, हम यदि अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन सही ढंग से करे तो वही सच्ची देश भक्ति होगी। क्षेत्रीय विधायक राजकुमार ठुकराल ने कहा शहीदों के कारण ही हमे आजादी का यह स्वच्छ वातावरण मिला है। हम सभी को देश के प्रति समर्पण का भाव जिन्दा रखना होगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने शौय दिवस के अवसर पर शहीद सैनिकों को नमन करते हुये कहा हमे देश के प्रति अच्छी सोच रखनी होगी तभी देश आगे बढेगा।
उन्होंने कहा अधिकारियों/कर्मचारियों को सैनिकों व भूतपूर्व सैनिकों के कार्यो को वरियता के अधार पर पूर्ण करना चाहिये।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कै0 रंजीत सेठ ने बताया कि सन् 1999 मे हुए कारगिल युद्ध के कारणो एवं कारगिल मिषन पर विस्तार से प्रकाष डाला। उन्होने कहा कारगिल युद्ध मे भारतीय सेना ने अपने अदम्य साहस का प्रदर्षन करते हुए कारगिल युद्ध को जीता। उन्होने बताया इस युद्ध मे देश के 527 जवान शहीद हुए जिसमे प्रदेष के 75 व जनपद के 02 जवान शामिल है। इस युद्ध मे देश के 1363 जवान घायल हुए। उन्होने बताया कि इस युद्ध मे शहीद हुए जवानो की स्मृति मे प्रत्येक वर्श 26 जुलाई को कारगिल दिवस शौर्य दिवस के रूप मे मनाया जाता है।
कार्यक्रम में सैनिक कारगिल परिषद के अध्यक्ष सूबेदार हरक सिंह कार्की, सहायक सैनिक कल्याण अधिकारी भगवत सिंह सहित पुलिस विभाग के अधिकारी व अन्य लोग उपस्थित थे।