50 फीसदी सही जवाब देने वालों को भी मिल सकती है सफलता
देहरादून। संघ लोक सेवा आयोग की ओर से सिविल सेवा परीक्षा प्रारंभिक 2021 का आयोजन देश भर में किया गया। उत्तराखण्ड के भी कई शहरों में परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा का पहला पेपर जनरल स्टडीज (जीएस) का आयोजन सुबह 9.30 बजे से 11.30 बजे तक किया गया, उसके बाद परीक्षा का दूसरा पेपर यानि सिविल सर्विसेस एप्टीट्यूड टेस्ट (सी-सेट) का आयोजन दोपहर 2.30 बजे से 4.30 बजे तक किया कोरोना महामारी (कोविड-19) महामारी के संक्रमण के मामलों के कमी हुई है और करोड़ों लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है, लेकिन सिविल सेवा परीक्षा प्रारंभिक 2021 परीक्षा में सम्मिलित हुए लाखों उम्मीदवारों की संक्रमण से सुरक्षा के लिए आयोग की ओर से व्यापक इंतजाम किये गये थे।
सिविल सेवा परीक्षा प्रारंभिक 2021 परीक्षा में सम्मिलित उम्मीदवारों के मुताबिक सीसैट पेपर, जो कि सिर्फ क्वालिफाईंग नेचर का होता है, में पेपर का लेवल मॉडरेट था, न अधिक कठिन और न कठिन आसान। प्रश्न का लेवल पिछले वर्ष की तुलना में आसान था। एक परीक्षार्थी के अनुसार जिसने भी पिछले वर्ष के प्रश्न मॉक किये होंगे, उन्हें आसान लगा होगा। पूरे पेपर में 40 फीसदी रीडिंग कॉम्प्रीहेंशन के प्रश्न थे, जबकि शेष मैथ, रीजनिंग आदि के प्रश्न थे। इस वर्ष सीरीज के प्रश्न अधिक थे। कुछ उम्मीदवारों के अनुसार, प्रैक्टिकल नॉलेज (करेंट) के परिदृश्य से अधिक प्रश्न थे। जीएस में सम्मिलित हुए उम्मीदवारों के अनुसार पहले पेपर में पॉलिटी से सवाल सबसे अधिक थे। वहीं, इकनॉमी सेक्शन के प्रश्न मॉडरेट कटेगरी के थे। दूसरी तरफ, साइंस, प्रयावरण और इतिहास के सवाल टफ थे। इस बार की परीक्षा में करेंट अफेयर्स के प्रश्न कम थे। प्रयाग आइएएस अकादमी के निदेशक आर ए खान ने कहा कि इस बार जिन परीक्षार्थीं ने 50 फीसदी सही जवाब दिये होगें इनका सलेक्शन होना आसान होगा। कुल मिलाकर उम्मीदवारों ने पेपर को हर बार की तरह का ही माना, यानि पेपर मॉडरेट लेवल की कठिनाई का था। ज्यादातर उम्मीदवारों ने माना कि प्रश्न पढ़े हुए थे लेकिन जैसा हर बार होता है, यूपीएससी ऑप्शन में कन्फ्यूज करता है।