- संकट में राहत लाई दूरदर्शी सोच
- 203 मिलियन यूनिट बढ़ा टिहरी बांध से बिजली उत्पादन
ऋषिकेश। राज्य की धामी सरकार के एक फैसले ने देश में बिजली संकट की आशंकाओं के बीच बड़ी राहत दी है। टिहरी बांध में पानी स्टोरेज के लिए हाल में ईएल 830 मीटर की परमिशन मिलने से टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड का बिजली उत्पादन तेजी से बढ़ गया है। इन दिनों अभीतक टिहरी बांध से 190 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन होता था। अब इस अनुमति से वह बढ़कर 402 मिलियन यूनिट पहुंचने की स्थिति में है। दरअसल, देशभर में इन दिनों बिजली संकट की खबरें सामने आ रही हैं। इनका आधार कोयला निर्मित बिजली का उत्पादन कम होना है। हालांकि, केंद्र की सरकार इसे नकार रही है। ऐसे में उत्तराखंड की धामी सरकार के मुदत बाद इसी साल 25 अगस्त में लिए फैसले ने बिजली संकट की आशंकाओं में राहत दी है। टिहरी बांध के निर्माण के बाद से इसमें ईएल 828 मीटर पानी स्टोर किया जा रहा था। जबकि, बांध की क्षमता ईएल 830 मीटर पानी भरने की थी। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड लगातार ईएल 830 मीटर पानी स्टारेज की इजाजत मांग रहा थी, जोकि धामी सरकार ने मंजूर की। इस स्वीकृति से हासिल यह हुआ कि इन दिनों टिहरी बांध परियोजना से पैदा होने वाली 190 मिलियन यूनिट बिजली अब अक्टूबर के अंत तक बढ़कर 402 मिलियन यूनिट हो जाएगी। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की ओर से जारी बयान में कोविड पाबंदियों के हटने के बाद आर्थिक गतिविधियां तेजी से बढ़ने की बात कही गई है। इसकी वजह से राष्ट्रीय ग्रिड में बिजली मांग अचानक बढ़ने की बात भी जारी बयान में है। उत्पादन बढ़ने पर कारपोरेशन के उपमहाप्रबंधक कारपोरेट संचार डा. एएन त्रिपाठी ने राज्य सरकार के जनहित में टिहरी बांध में पानी स्टोरेज की मंजूरी पर धन्यवाद दिया है।