31 अगस्त की रात्रि हुई थी हत्या, नदी में बहा दिया था वृद्ध शव, एक हत्या आरोपी फरार
देहरादून/डोईवाला। कुछ महापूर्व जमीन के लालच में आकर एक वृद्ध की हत्या करने के बाद शव को नदी में बहाने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर हत्याकांड का डोईवाला पुलिस ने खुलासा किया। वही एक हत्यारोपी पुलिस पकड़ से बाहर चल रहा है। जिसकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
सोमवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी ने बताया कि 31 अगस्त की रात्रि से जीवनवाला फतेहपुर टांडा तहसील डोईवाला निवासी वृद्ध सुभाष चंद्र शर्मा लापता चल रहा था। जिसके चलते उसके भतीजे बालेश्वर प्रसाद शर्मा ने डोईवाला थाने में गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस घटना को लेकर एसपी देहात स्वतंत्र कुमार के निर्देशन में क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार के नेतृत्व में डोईवाला थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह रावत एवं एसओजी टीम सहित कई चौकी प्रभारियों को घटना के खुलासे के लिए लगाया गया था। एसओजी प्रभारी रविन्द्र कुमार एवं लालतप्पड़ चौकी प्रभारी विकेंद्र कुमार की सुराग रस्सी के चलते इस घटना का खुलासा हुआ। बताया गया है कि पुलिस व्रत के लापता होने के बाद सीसीटीवी फुटेज एवं मुखबिर तंत्र के चलते हत्याकांड के नजदीक पहुंच गई। सूत्रों के अनुसार जीवन वाला निवासी विजय जोशी के साथ वृद्ध सुभाष चंद शर्मा का लेनदेन था। आये दिन की परेशानी को खत्म करने के लिए सुभाष चंद शर्मा को विजय जोशी ने उसे रास्ते से हटाने का प्लान तैयार कर दिया और अपने साथी विरेन्द्र उर्फ रविन्द्र पुत्र छोटन व सतपाल पुत्र धनीराम निवासी निवासी गण खैरी कला नेपाली फार्म श्यामपुर थाना रायवाला के साथ मिलकर 31 अगस्त की रात्रि सुभाष चंद्र शर्मा की हत्या कर शव को नदी में बहा दिया था। पुलिस ने विजय जोशी सहित वीरेंद्र उर्फ रविंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
10 लाख की सुपारी देकर कराई थी हत्या
डोईवाला। जमीन के लालच में वृद्ध की हत्या करने वाले विजय जोशी ने 10लाख रुपए की सुपारी देकर अपने दो साथियों से वृद्ध सुभाष चंद शर्मा की हत्या कराई है। हत्याकांड के खुलासे में एसओजी प्रभारी रविन्द्र कुमार एवं लालतप्पड़ चौकी प्रभारी विकेंद्र कुमार ने अहम भूमिका निभाते हुए इस हत्याकांड का खुलासा किया। जिसके चलते कप्तान ने भी उनकी पीठ थपथपाई।
लालतप्पड़ चौकी प्रभारी के चलते हुआ खुलासा
देहरादून। सुभाष चंद्र शर्मा हत्याकांड को अंजाम देने के लिए सुपारी किलर एक मोटर साईकिल से आये तथा काफी समय तक ये लोग विजय जोशी के घर पर ही रहे और बाद में वृद्ध की हत्या कर शव को नदी में बहा दिया था। कुछ दिनों के बाद नदी के किनारे पुलिस को लावारिस शव बरामद हुआ था। जिसकी पहचान अब सुभाष चंद शर्मा के रूप में हुई है।हत्याकांड के खलाशे में अहम भूमिका निभाने वाले लालतप्पड़ चौकी प्रभारी विकेंद्र कुमार ने इससे पूर्व विदोली चौकी प्रभारी रहते हुवे डबल मर्डर के खुलासे में भी अहम रोल निभाया था।
लालची दोस्त ने ही उतार दिया मौत के घाट
देहरादून। विश्वास में आकर मौत के आगोश में पहुंचा सुभाष चन्द्र शर्मा का पिछले काफी वर्षों से विजय जोशी दोस्त था। यही नहीं अविवाहित सुभाष चन्द्र के सारे व्यक्तिगत व जमीन सम्बन्धी काम विजय जोशी ही किया करता था तथा सुभाष चन्द्र शर्मा का विजय जोशी के उपर 4-5 लाख रुपये का उधार भी था। जिसे सुभाष चन्द्र शर्मा वापस मांग रहा था। विजय जोशी प्रापर्टी डीलिंग व ठेकेदारी का काम करता है। बताया गया है कि सुभाष चन्द्र शर्मा ने बलविन्दर सिह पुत्र कपूर सिंह निवासी जीवनवाला से एक प्लाट का सौदा 26 लाख रुपये में किया था। जो कि विजय जोशी के जरिये हुआ था।इस प्लाट का एग्रीमेन्ट विजय जोशी ने चालाकी से अपने नाम कर दिया था। वर्तमान समय में इस प्लाट की कीमत लगभग 1 करोड रुपये है । इसी प्लॉट पर चलते हैं सुभाष चंद शर्मा की हत्या कर दी गई।