गंगा में बहे गुजरात से आए परिवार के तीन सदस्य

ऋषिकेश। गुजरात से नीलकंठ दर्शन को पहुंचा एक पूरा परिवार ही उजड़ गया। बेटी को बचाने के चक्कर में पहले पिता और उसके बाद नानी गंगा में बह गईं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने एसडीआरएफ की मदद से नानी का शव तो बरामद कर लिया, लेकिन अभी तक बेटी और उसके पिता का कोई सुराग नहीं है।
थानाध्यक्ष विरेंद्र रमोला के मुताबिक सोमवार शाम अनिल भाई गोसाईं परिवार के साथ नीलकंठ दर्शन के बाद फूलचट्टी पहुंचे थे। इसबीच हेंवल नदी के गंगा संगम पर बेटी सोनल और बेटा लखन नहाने के लिए उतरे। अचानक तेज प्रवाह की चपेट में आकर सोनल (18) बही, तो उसे बचाने के लिए पहले पिता अनिल भाई गोसाईं (42) और फिर नानी तरुलता (52) भी गंगा में कूद पड़े, लेकिन सोनल को बचाने में वह खुद बह गए।
सूचना पर पहुंची एसडीआरएफ ने सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसमें मुनिकीरेती थाना क्षेत्र के नीमबीच पर तरुलता का शव बरामद कर लिया गया, मगर सोनल और अनिल का कोई सुराग टीम को नहीं लगा। थानाध्यक्ष ने बताया कि सोनल और उनके पिता अनिल की तलाश को मंगलवार को फिर से सर्च ऑपरेशन चलाया जाएगा। अनिल ग्राम कोठारियां, राजकोट गुजरात के निवासी है। जबकि, तरूलता पत्नी दलीप परी, प्रेस कॉलोनी, जामनगर रोड, गांधीग्राम, राजकोट, गुजरात की निवासी हैं। बताया कि उनके पति दिलीप और अनिल की पत्नी भी साथ थीं।

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