देहरादून। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रविन्द्र आंनद ने प्रदेश कार्यालय में एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता पिछले पांच सालों में बीजेपी के नक्कारेपन और बीजेपी सरकार की विफलताओं के खिलाफ विधानसभा सत्र के पहले दिन 9 दिसंबर को विधानसभा का घेराव करने जा रही है। उन्होंने कहा कि पांच साल के कार्यकाल में बाजेपी ने जनहित के कोई काम नहीं किए। 2017 में की गई चुनावी घोषणाएं आजतक पूरी नहीं हेा पाई है। उन्होंने बताया कि विकास के नाम से राज्य आज भी कोसों दूर है। बीजेपी ने जनहित के मुद्दों को छोडते हुए इन पांच सालों में सिर्फ मुख्यमंत्री बदलने का काम किया है।
प्रदेश केा युवा के रुप में नया मुख्यमंत्री मिला लेकिन मुख्यमंत्री धामी ने प्रदेश की जनता को नाउम्मीद किया है। यहां के युवाओं के सपनों को तोड़ने का काम किया है। वो सिर्फ घोषणा करने वाले सीएम निकले। उनके इस व्यवहार के कारण जनता भी अब पुष्कर धामी को जनहित के कामों को लेकर कुछ कर धामी कह रही है। उन्होंने कहा,पूरे प्रदेश में सीएम धामी का मजाक बनाया जा रहा है,आज उत्तराखंड की जनता कह रही है कि भू कानून के लिए कुछकर धामी, बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए कुछकर धामी,बिजली पानी के लिए कुछ कर धामी,महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए कुछ कर धामी, स्वास्थय की बदहाल स्थिति बदलने को कुछकर धामी,अच्छी शिक्षा के लिए कुछकर धामी,भ्रष्टाचार रोकने के लिए कुछ कर धामी,मंहगाई को रोकने के लिए कुछकर धामी। उन्होंने कहा, प्रदेश 21 सालों से विकास की बाट जोह रहा है। 2017 में इसी जुमलेबाज बीजेपी ने जनता से विकास की गंगा बहाने का वादा किया था। हर समस्याओं के समाधान की बात कही थी। कई वादे जो 2017 में बीजेपी ने चुनावों में किए थे उनमें से कोई भी वादा पूरा नहीं किया। बीजेपी का 2017 का घोषणापत्र महज छलावा निकला।
उन्होंने कहा कि प्रदेश को ज्ञान प्रदेश बनाने की बात कही गई थी लेकिन क्या ऐसा हो पाया। शासकीय,अशासकीय और कॉलेजों में शिक्षकों और कर्मचारियों की तैनाती की बात कही गई लेकिन क्या ऐसा हो पाया। छात्राओं के लिए हर जिले में आवासीय स्कूल खुलने थे,पाठ्रयक्रम में बदलाव होना था। सभी विश्व विद्यालयों को फ्री वाई फाई इसे कनेक्ट करना था। सेवारत अतिथि और संविदा शिक्षकों का समायोजन होना था। लेकिन क्या ये सब मुमकिन हो पाया। आज भी आंदोलनकारियों के सपने अधूरे हैं। आज भी जनता यही सवाल कर रही है कि क्या यह प्रदेश सिर्फ घोषणा प्रदेश बनकर रह गया है। आज प्रदेश की जनता मंहगाई की मार से,बेरोजगारी की मार से,पलायन के दंश से लेकर अन्य ज्वलंत समस्याओं से परेशान है और सरकार की नींद तोडने के लिए आप पार्टी सरकार को इन्हीं मुद्दों पर पहले से जगाती आई है लेकिन यह जन विरोधी सरकार जागने का नाम नहीं ले रही है। अब आप पार्टी 9 दिसंबर को सरकार की नाकामियों को लेकर विधानसभा का घेराव करेगी । और आप पार्टी का यही एक प्रश्न है कि क्या इन समस्याओं से निजात दिलाने के लिए धामी अब भी खामोश रहेंगे। आप पार्टी और जनता उन्हें यही कह रही है कि अब तो समस्याओं से निजात दिलाने के लिए कुछकर धामी ।