सूर्यप्रकाश @उत्तरकाशी। जनपद के विकास खण्ड़ चिन्याली सौड़ में इस बार मानसूनी बरसात के कारण नगर पालिका क्षेत्र चिन्याली सौड़ सहित विकास खण्ड के दर्जनों गांव में भूस्खलन के कारण खेत खलिहान भवन एंव गांव को जोडने वाले मोटर मार्ग क्षतिग्रस्त हो गये है जिनका पुनः निर्माण कार्य अभी शुरू नही हो पाया है हांलाकी तहसीलदार चिन्याली सौड़ ने आपदा से क्षतिग्रस्त हुयी परिसम्पतियों का विवरण तैयार कर जिला अधिकारी को भेज दिया है।
मानसून की पहली ही बरसात से ग्रामीणो एंव नगर वासियो का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है नगर पालिका क्षेत्र सहित प्रशासन की रिपोर्ट अनुसार 49 गांव में भारी बर्षात एंव भूस्खलन के कारण कई घरो मे मलबा घुसने,खेतो का काफी हिस्सा टूट जाने राहत ग्रामीणों के आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हो गये है मुरोगी,खदाडा,धारकोट,गडोली, बणागांव, क्यारी दशगी,बदाल्डा,सुरी,रमोली, मथाली,टन्डोल, चिन्यालीसौड़,काण्डी,जेष्ठवाडी,कंन्सी, गमरी,जसपुर ,बगोडी,हडियाडी,अनोल, तुल्याडा,गढ़वालगाड, सुनार गांव,अदनी,रौंतल,नागणी, में भूस्खलन के कारण लोगों की काफी क्षति हुई है। जिसको लेकर लोग शासन प्रशासन से सुरक्षा की मांग कर रहे है।
वही चिन्याली सौड़ का धरासू ताराकोट जिव्या मोटर मार्ग पिछले 18 दिनो से बंद पड़ा है पीएमजीएसवाई द्वारा निर्मित इस सड़क पर 11 जुलाई से सड़क वाहन संचालन बंद पड़ा है धरासू से 28 किमी के इस सड़क मार्ग पर 4 गर्डर ब्रिज लगने प्रस्तावित है | अभी तक गाड़ गदेरो के ऊपर अस्थायी रूप मे मिट्टी पत्थर भर कर वाहनो का संचालन किया जा रहा था मानसून के दौरान भारी वर्षा के बाद गदेरे उफान पर है और इनसे आवाजाही थम गयी है | ग्रामीणो ने आरोप लगाया कि पीएमजीएसवाई विभाग की तरफ से एक जेसीबी मशीन सड़क खोलने के नाम पर आई जरूर थी पर सड़क के बीच नाला खोदकर चली गयी है, अब इन्ही नालो से बहते पानी से गाव को खतरा बना हुआ है सामाजिक कार्यकर्ता सुमन बडोनी,मनोज कोहली,राजस्व निरीक्षक चन्द्र विकास ने बताया कि उन्हे क्षेत्र से आपदा की रिपोर्ट एकत्रित करने मे प्रतिनिधियों का सहयोग मिला है आपदा की रिपोर्ट तैयार कर तहसीलदार के माध्यम से जिलाधिकारी को भेजी गयी है जिस पर शीघ्र कार्यवाही की आशा है।