वाचस्पति रयाल@
नरेन्द्रनगर। आए दिन गांव क्षेत्र में भी असामाजिक तत्व कई तरह की वारदातों को अंजाम देने से नहीं चूक रहे हैं।
घटना टिहरी जनपद के प्रतापनगर विकासखंड स्थित कोरदी गांव की है। कोरदी गांव के शूरवीर सिंह नेगी की गांव में ही दुकान है। खबर है कि दुकान के बाहर खड़ी मोटरसाइकिल से किसी अज्ञात व्यक्ति ने पेट्रोल निकालकर दुकान में आग लगा दी और 3 लाख से अधिक का सामान जलकर राख हो गया।
उक्त मामले की जानकारी देते हुए जनपद टिहरी के कांग्रेस जिला अध्यक्ष राकेश सिंह राणा ने बताया कि विगत रात्रि को किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा शूरवीर सिंह नेगी की दुकान को पेट्रोल छिड़क कर आग के हवाले कर दिया गया।
बताया कि दुकान के अंदर रखा परचून का सामान, बेकरी,फास्ट फूड,4 गैस सिलेंडर व फर्नीचर सहित लगभग 3 लाख से अधिक का सामान जलकर खाक हो गया।
जिला अध्यक्ष राणा ने बताया कि आज सुबह उठने के बाद ही परिजनों को घटना का पता चला।
राणा ने बताया कि शूरवीर के पिता वाहन दुर्घटना में 10 वर्ष पूर्व गुजर गए थे।
गरीबी और विकट परिस्थितियों का सामना करते हुए माँ ने किसी तरह कर्ज लेकर अपने बच्चे को अपने पैरों पर खड़े होने की हिम्मत बंधाई थी,जो आज दुकान के सहारे परिवार के भरण-पोषण के लिए 2 जून की रोटी कमा रहा था।
मगर स्वावलंबी बनने के उनके सपने आज उस वक्त चकनाचूर हो गए,जब सुबह-सुबह उठ कर वे दुकान खोलने को चौखट पर पहुंचे।
देखा तो दुकान राख की ढेर में तब्दील हो चुकी थी।
शूरवीर सिंह नेगी के पास परिवार पालने का जरिया मात्र यह दुकान थी।राख में तब्दील हुई दुकान का मंजर देख शूरवीर सिंह और उसके परिवार के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष राकेश सिंह राणा ने जिला व पुलिस प्रशासन सहित थाना लम्बगांव को घटना की जानकारी देतेे हुए, तत्काल जांच कर आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग की है।
पुलिस और प्रशासन को अवगत कराते हुए राकेश राणा ने कहा है कि इस तरह की यह पहली घटना नहीं है। क्षेत्र में चोरी की अन्य भी कई घटनाएं हो चुकी हैं। जिससे क्षेत्र के लोगों में दहशत है।
उन्होंने कहा कि विडंबना ये है कि दोषियों के पकड़ में ना आने के कारण उनके हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। यही वजह है कि शरारती तत्व ऐसी घटनाओं को क्षेत्र में अंजाम देते जा रहे हैं।राकेश राणा ने उम्मीद जताई है की तृप्ति भट्ट जैसी दबंग वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में पुलिस इस घटना की तह तक जाएगी और दोषी को ऐसी सजा दिलाने में कामयाब होगी जिससे भविष्य में असामाजिक तत्व इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने की हिम्मत न कर सकें।