लालकुआं। पूर्व सीएम हरीश रावत ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में साफ शब्दों में कहा कि हरीश रावत या तो मुख्यमंत्री बन सकता है या फिर घर बैठ सकता है इसके अलावा उनके पास दूसरा कोई विकल्प नहीं रह गया है। उन्होंने कहा मैं हूं तो अपनी सोच का उत्तराखंड बनाऊंगा जिसमें सभी सहयोगियों की सोच को समायोजित करूंगा मैं अपने पद के लिए अपनी सोच को कंप्रोमाइज नहीं कर सकता ना ही उसे छोड़कर कुछ और काम कर सकता हूं। हरदा के इस बयान के बाद कांग्रेस के सियासी हलकों में हलचल मच गई है। साथ ही उनके इस बयान ने शीर्ष नेतृत्व को भी अपनी मंशा जाहिर कर दी है।
हरदा ने सभी कार्यकर्ताओं का तहेदिल से जताया आभार
लालकुआं: मतदान के दूसरे दिन पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात करने के साथ ही गौलापार सूर्या मंदिर जाकर पूजा अर्चना की। इस दौरान वह काफी उत्साहित दिखाई दे रहे थे। कहा कि कांग्रेस राज्य में पूर्ण बहुमत से सरकार बना रही है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मंगलवार की सुबह तीनपानी स्थित कैंप कार्यालय में पूजा अर्चना करने के बाद प्रात: नौ बजे कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उनका हाल चाल जाना। साथ ही मतदाताओं के रुझान को लेकर लंबे समय तक कार्यकर्ताओं से चर्चा की। दोपहर तीन बजे वह भाेजन करने के लिए हल्दूचौड़ स्थित पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल के आवास में पहुंचे। भोजन करने के बाद उन्होने कार्यकर्ताओं को खुद भोजन परोसा। एक एक कार्यकर्ता से मिलने के बाद वह साढ़े चार बजे गौलापार में सूर्या देवी मंदिर को रवाना हो गए। मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद वह देर सांय कैंप कार्यालय में पहुंच गए। इस दौरान उन्होने प्रदेश में सफल मतदान के लिए मतदाताओं, प्रशासन और चुनाव आयोग का आभार जताया। रावत ने कहा कि अब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी और रुके हुए सारे विकास कार्य शुरू होंगे। इस मौके पर उनके साथ वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरेंद्र बोरा, गोपाल गंगोला, गोपाल नेगी, उमेश कबडवाल, राजेंद्र खनवाल, ब्लाक प्रमुख रूपा आर्या समेत तमाम लाेग मौजूद थे।