- भू-माफिया कर रहे उत्पीड़न
- दीपक नेगी व उसके साथियों पर लगाया जमीने हड़पने का आरोप
- रायपुर पुलिस पर लगाया विरोधियों का साथ देने का आरोप
देहरादून। प्रदेश सरकार भू-माफिया को रोकने के लिए सख्त कानून लागू करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। लेकिन भू- माफिया है कि बाज नहीं आ रहे हैं। वह लोगों का उत्पीड़न कर रहे हैं। साथ ही अधिकारी इन पीड़ितों की सुनने को तैयार नहीं है। ऐसा ही एक मामला राजधानी देहरादून का है। जहां आरती कुमार पत्नी डॉ. एस.बी. कुमार अपनी जमीनों खसरा नं. 203 आदि को बचाने के लिए पुलिस से लेकर राजस्व अधिकारियों के दरवाजों पर दस्तक दे चुकी है लेकिन सिवाय निराशा के उसके हाथ कुछ नहीं लगा है। उसने दीपक नेगी व उसके साथियों पर जान से मारने की धमकी देने, जमीन हड़पने व फर्जी दस्तावेज बनाने का आरोप लगाया है।
रिंग रोड पर स्थित भूमि को भू- माफिया की नज़र लगी हुई है। यह जमीन मुख्त्यारे आम के जरिए शुभम को दी गई है। शुभम के विदेश में होने के कारण जमीन की देखभाल उनकी माता आरती कुमार करती है। आरती का आरोप है कि कुछ लोग उसके परेशान करते है और जमीन ने फर्जी कागजात तैयार किए हुए है। उनका आरोप की कि वह अपनी जमीन पर तारबाड कर रही थी तभी कुछ लोगों ने आर उनकी तारबाड़ रूकवाते हुए कहा कि इस जमीन के मालिक हैं लेकिन जब उनके कागजात मांगे गए तो वह कुछ कागजात नहीं दिखा पाए। तभी पुलिस वहां आए और दोनो पक्षों को थाने बुलाया। आरती कुमार थाने गई और अपने कागजात दिखाए। फिर भी पुलिस ने उसे तारबाड़ नहीं करने दी। दूसरी पार्टी जिनमें संतोष अग्रवाल पुत्र स्व. पन्ना लाल आदि से अपने कागजात दिखाए जो कि स्व. चंद्र बहादुर सिंह के फर्जी हस्ताक्षर से तैयार एवं श्रीमति इंद्रवती की मृत्यु के बाद फर्जी बैनामें को 30 वर्ष बाद प्रयोग किया गया। जांच में स्व. चंद्र बहादुर सिंह के हस्ताक्षर फर्जी पाए गए। इस मामले में रायपुर की पुलिस पर दूसरे पक्ष के साथ देने का आरोप लगाते हुए कहा कि हमेशा पुलिस दूसरे पक्ष का सहयोग करती है। कोर्ट के आदेश के बाद भी हर दिन इस मामले में कोई न कोई फर्जी आदमी खड़ा हो रहा है और पुलिस उसी का सहयोग कर रही है।