देहरादून। 11 जून को होने वाली ग्रैंड फिनाले पासिंग आउट परेड से पहले मंगलवार को भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून के ऐतिहासिक चैटवुड भवन प्रांगण में डिप्टी कमांडेंट परेड का आयोजन किया गया। इस दौरान 11 जून को पास आउट होने वाल 377 कैडेट्स ने शानदार कदमताल ड्रिल स्क्वायर का मार्चिंग प्रदर्शन करते हुए आईएमए डिप्टी कमांडेंट और मुख्य प्रशिक्षक को सलामी दी। 11 जून को 288 भारतीय और 89 विदेशी जेंटलमैन कैडेट्स आईएमए की मिलिट्री ऑफिसर ट्रेंनिग संपन्न कर पासिंग आउट परेड के बाद सेना में शामिल हो जाएंगे। कठिन चुनौतियों को पार कर युवा सैन्य ऑफिसर बनने वाले सभी कैडेट्स को आईएमए डिप्टी कमांडेंट और मुख्य प्रशिक्षक मेजर जनरल आलोक जोशी ने शुभकामनाएं दी। मेजर जनरल आलोक जोशी ने भारतीय सेना के बेहतरीन अधिकारी बनने के लिए कैडेट्स को अपने सैन्य अनुभवों से प्रोत्साहित किया। उन्होंने भारतीय सेना की वीरता, सम्मान, लोकाचार और बेहतरीन परंपराओं के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने फैकल्टी के प्रयास और जेंटलमैन कैडेट्स की कड़ी मेहनत सहित विश्व स्तरीय सैन्य ऑफिसरों की ट्रेनिंग की सराहना की। वहीं, पासिंग आउट कोर्स को संबोधित करते हुए मेजर जनरल आलोक जोशी ने कहा कि हमने आपको यहां कड़ी मेहनत से प्रशिक्षित किया है। ताकि देश की सुरक्षा में कोई भी बाधा या चुनौती के समय दुश्मन को रास्ते से हटाकर, देश की हिफाजत पूरे शान और शौर्य से की जा सके। आलोक जोशी ने एकेडमी से सफल प्रशिक्षण समापन करने वाले आठ मित्र देशों के जेंटलमैन कैडेट्स को भी उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए बधाई दी। इस मौके पर विदेशी कैडेट्स को उनकी सफलता में आईएमए के योगदान को हमेशा अपनी यादों में संजो कर देश सेवा में आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।