देहरादून। एसजेवीएन अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा ने गुरुवार को स्वच्छता पखवाड़ा अवार्ड 2022 में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया। भारत सरकार के सचिव (विद्युत) आलोक कुमार ने नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में विजेता पीएसयू को पुरस्कार प्रदान किए। एसजेवीएन ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है जबकि एनटीपीसी और पावरग्रिड ने क्रमशः द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त किया । इस अवसर पर एसजेवीएन की निदेशक (कार्मिक), गीता कपूर भी उपस्थित रही। शर्मा ने बताया कि भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय की ओर से स्वच्छ भारत अभियान में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के उत्कृष्ट योगदान के लिए स्वच्छता पखवाड़ा पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। प्रत्येक वर्ष 16-31 मई तक आयोजित किए जाने वाले स्वच्छता पखवाड़ा के दौरान विद्युत मंत्रालय के अधीन सार्वजनिक उपक्रमों की ओर से कार्यान्वित गतिविधियों का मूल्यांकन विभिन्न मानकों पर किया जाता है। स्वच्छता पखवाड़ा के दौरान विभिन्न पहलों को कार्यान्वित करने के लिए एसजेवीएन को पहले भी वर्ष 2018 और वर्ष 2019 में स्वच्छ सर्वेक्षण अवार्ड क्रमशः प्रथम और द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है । इस वर्ष, एसजेवीएन ने पूरे भारत में अपने सभी परियोजना स्थलों और कार्यालयों में विभिन्न गतिविधियों को कार्यान्वित करने के लिए एक व्यापक स्वच्छता पखवाड़ा कार्य योजना तैयार की थी। इसमें प्रेरक भाषणों, नुक्कड़ नाटकों और प्रतियोगिताओं के माध्यम से जन जागरूकता अभियान, पर्यावरण के अनुकूल सामग्री के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष अभियान, वृक्षारोपण अभियान, सार्वजनिक स्थलों पर कूड़ेदानों की स्थापना, स्थानीय समुदायों में सैनिटाइजेशन और व्यक्तिगत स्वच्छता सामग्री का वितरण आदि शामिल थे। इसके अलावा सार्वजनिक जागरूकता, स्वच्छता अभियान और अपशिष्ट के सैग्रेशन को बढ़ावा देने के लिए जागरूकता कार्यक्रम, वर्मी-कम्पोस्टिंग, कृषि के लिए अपशिष्ट जल का पुनः उपयोग आदि से संबंधित जागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन में योगदान दिया । एसजेवीएन की ओर से नाहन में बहुउद्देशीय चेक डैम का निर्माण, शिमला में जैव-विविधता पार्क और परियोजना क्षेत्रों के समीप अवस्थित नदियों की सफाई जैसे दीर्घकालिक प्रभाव कार्यक्रम भी आरंभ किए गए हैं।