नई दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली के कैंट इलाके में 9 वर्षीय बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले को लेकर राजनीति तेज हो गई है। बुधवार को राहुल गांधी के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने 10 लाख रुपये मदद के तौर पर देने का एलान किया। इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल ने मामले की मजिस्ट्रेटी जांच की भी घोषणा की।
इससे पहले पीड़िता के परिवार से मिलने पहुंचे दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता का लोगों ने विरोध किया। आदेश गुप्ता बच्ची के परिजनों से मुलाकात करना चाहते थे, लेकिन उन्हें शुरू में जाने नहीं दिया गया। वहीं, बाद में समझाने-बुझाने पर परिजनों ने आदेश गुप्ता से मुलाकात की। आदेश गुप्ता ने परिजनों को न्याय का भरोसा दिया।
वहीं, स्थानीय लोगों का गुस्सा थमा नहीं है। लगातार तीसरे दिन बुधवार को इस वारदात को लेकर जारी प्रदर्शन के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार से मुलाकत की । इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि वह परिवार को इंसाफ दिलाने का पूरा प्रयास करेंगे।
न्याय के लिए परिवार के साथ खड़ा हूं
वहीं, राहुल गांधी ने परिजनों से मुलाकात के दौरान कहा कि माता-पिता के आंसू सिर्फ़ एक बात कह रहे हैं। उनकी बेटी, देश की बेटी न्याय की हकदार है और इस न्याय के रास्ते पर मैं उनके साथ हूं। इसके साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि यह घटना हृदय विदारक है।
इससे पहले मंगलवार को लगातार दूसरे दिन आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर हंगामा किया और दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग उठाई। मंगलवार को भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर ने भी पीड़िता के परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी थी।
यह है पूरा मामला
दिल्ली कैंट इलाके में रविवार शाम करीब साढ़े पांच बजे श्मशान घाट के पास अपने माता-पिता के साथ रहने वाली बच्ची श्मशान घाट के वाटर कूलर से पानी लेने गई थी। इसी शाम करीब 6 बजे के आसपास पुजारी और परिवार के परिचित तीन लोगों ने लड़की की मां को फोन कर बुलाया और बच्ची का शव दिखाया। चारों का कहना है कि कूलर से पानी पीने के दौरान बिजली का करंट लगने से लड़की की मौत हो गई। इस दौरान चारों ने उसकी कलाई और कोहनी पर जलने के निशान भी दिखाए। इसके बाद बच्ची का दाह संस्कार कर दिया गया। पीड़ित बच्ची के परिजनों की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया। दिल्ली के डीसीपी इंजीत प्रताप सिंह का कहना है कि गिरफ्तार किए गए चार लोगों की पहचान श्मशान के 55 वर्षीय पुजारी राधेश्याम, सलीम, लक्ष्मी नारायण और कुलदीप के रूप में हुई है।