आर्यन खान की गिरफ्तारी को लेकर राजनीति बी शुरू हो गई है। पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने ट्विट कर कहा है कि आर्यन मुस्लिम है इसलिए उसे टारगेट किया जा रहा है। महबूबा ने कहा कि सरनेम खान होने की वजह से केंद्रीय एजेंसियां आर्यन खान के पीछे लगी हुई हैं। अपने कोर वोटरों को संतुष्ट करने के लिए बीजेपी मुसलमानों को टारगेट कर रही है। महबूबा ने कहा कि चार किसानों की हत्या के आरोपी केंद्रीय मंत्री के बेटे के मामले में निष्पक्ष जांच के बजाय केंद्रीय एजेंसियां 23 साल के लड़के के पीछे इस वजह से पड़ी हैं क्योंकि उसका उपनाम खान है। बीजेपी के कोर वोट बैंक की इच्छाओं को पूरा करने के लिए मुसलमानों को निशाना बनाया जाता है। उन्होंने ट्वीट में आगे लिखा, न्याय की विडंबना है कि भाजपा के मूल वोट बैंक को खुश करने के लिए मुसलमानों को टागेट किया जा रहा है। जम्मू कश्मीर के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने महबूबा मुफ्ती के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि महबूबा मुफ्ती को पूरा भारत जानता है। जो आतंकवाद, अलगाववाद और पाकिस्तान-तालिबान की भाषा बोलने वाली नेता हों वो क्या जाने किसानों की मजदूरों की आम जनमान की क्या तकलीफ होती है। रैना ने कहा कि एक राजनीतिक प्रोपोगैंडा हमेशा महबूबा मुफ्ती ने किया है। उन्होंने हमेशा आग लगाने की राजनीति की है। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने इससे पहले केंद्र सरकार पर राजनीतिक लाभ के लिए ‘बाहुबल’ के इस्तेमाल की नीति का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। मुफ्ती ने दावा किया कि अनंतनाग जिले में गत गुरुवार को सीआरपीएफ कर्मियों की गोलियों से ढेर हुए एक मुस्लिम व्यक्ति के परिजनों से मिलने न देने के लिए उन्हें नजरबंद रखा गया है। महबूबा ने अपने ट्विटर पर लिखा, जम्मू-कश्मीर की स्थिति बद से बदतर होती चली गई है। मेरा डर इस तथ्य से और भी बढ़ गया है कि सुधार के बजाय, भारत सरकार चुनावों में राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए बाहुबल के इस्तेमाल की नीति जारी रखेगी।