ऋषिकेश। त्रिवेणी घाट का गंगा तट आज सुबह जबरदस्त आतिशबाजी से गूंज उठा। मामला था कारसेवकों द्वारा नगर की हद्वय स्थली त्रिवेणी घाट पर विभिन्न धार्मिक संस्थाओं और जनभावनाओं को दरकिनार कर डी डी ए द्वारा प्रसिद्ध देवी मंदिर के सामने बनाए गये जूताघर के धवस्तीकरण का जिसे मध्य रात्रि से ही जेसीबी लगाकर हटाने की कारवाई शुरू कर दी गई थी।
गौरतलब है कि दो दिन पूर्व इस मामले को लेकर त्रिवेणी घाट पर राष्ट्रीय ध्वज स्थापित करने को लेकर आयोजित हुए कार्यक्रम के दौरान नगर निगम महापौर अनिता ममगाई द्वारा कार्यक्रम में मोजूद एम डी डी ए अधिकारियों को निगम से बिना एनओसी लिए बनाए गए जूता घर को 2 दिन के हटाने का अल्टीमेटम दिया गया था। महापौर के आह्वान पर गंगा सभा ,सुभाष दशहरा कमेटी, छठ पूजा समिति, घाट रोड़ व्यापार सभा द्वारा संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए आस्था पर प्रहार कर रहे जूताघर पर पीले पंजे के जरिए धवस्तीकरण की कारवाई करा दी गई। सुबह करीब 7 बजे कार्रवाई पूर्ण होते ही कार सेवकों ने जूताघर ध्वस्त होने का जश्न आतिशबाजी कर मनाया। मौके पर मौजूद रही नगर निगम महापौर ने धार्मिक आस्था को खंडित कर नगर की हृदय स्थली के प्रसिद्ध देवी मंदिर के ठीक सामने एमडीडीए द्वारा बिना निगम से बिना एन ओ सी लिए बनवाए गए जूता घर के धवस्तीकरण के लिए आगे आने पर विभिन्न संस्थाओं के कारसेवकों का हृदय से आभार जताते हुए कहा कि इससे त्रिवेणी घाट की सुंदरता वापस लोटी है।
उन्होंने कहा कि सौंदर्यीकरण के नाम पर धार्मिक आस्था के विपरीत निर्माण कार्यों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। जूताघर के निर्माण के बाद से शहर की विभिन्न धार्मिक संस्थाओं की ओर से नगर निगम प्रशासन को कार्रवाई के लिए कहा जा रहा था जिसके बाद उनके द्वारा एम एमडीडीए के अधिकारियों को 2 दिन के भीतर जूताघर को हटाने का अल्टीमेटम दिया गया था। उन्हें खुशी है कि शहर की विभिन्न संस्थाओं के लोग स्वयं इसके लिए आगे आए और उन्होंने कार सेवा के जरिए जूता घर को हटाने की कार्रवाई संपन्न करा दी। महापौर ने बताया कि एमडीडीए के अधिकारियों द्वारा सरकारी खजाने को बेवजह लुटाने को लेकर वह मुख्यमंत्री से शिकायत कर जूताघर के निर्माण में व्यय हुई धनराशि उन्हीं से ही वसूल करने की मांग करेगी।ताकि भविष्य में एम डी डी ए के अधिकारी इस त%