ग्वालियर: एक उच्च शिक्षा तकनीकी लीडर टाइम्सप्रो और विक्रांत यूनिवर्सिटी ने विद्यार्थियों को आवश्यक योग्यताओं से परिपूर्ण करने हेतु रोजगारोन्मुखी दो एमबीए प्रोग्राम बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेस एंड इंश्योरेंस तथा ई-कॉमर्स एंड सप्लाई चेन मैनेजमेंट प्रारंभ किये हैं, जो भारत के सबसे तेजी से उभरते व्यावसायिक सेक्टरों में युवाओं का शानदार कैरियर बनायेंगे।
उपरोक्त एमबीए प्रोग्राम प्रारंभ होने के अवसर पर, प्रो चांसलर विक्रांत सिंह राठौर ने कहा कि, ‘‘भारतीय में बीएफएसआई और ई-कॉमर्स एंड सप्लाई चेन सेक्टर सबसे तेजी से विकसित होने वाले क्षेत्र हैं जो वैल्यू एडेड सर्विसेज प्रदान करते हैं जिनसे असीम रोजगार के अवसर पैदा होते हैं। विक्रांत यूनिवर्सिटी और टाइम्सप्रो द्वारा बीएफएसआई तथा ई-कॉमर्स एंड सप्लाई चेन मैनेजमेंट में एमबीए विद्यार्थियों को अस्थिर, अनिश्चित, जटिल और अस्पष्ट व्यावसायिक क्षेत्र की चुनौतियों को आसान करने के लिए आधुनिक युग के कौशल प्रदान करेंगे और उन्हें ओद्यौगिक एवं व्यावसायिक क्षेत्र के अनुरूप बनाएंगे। दोनों एमबीए प्रोग्राम न केवल छात्रों की काबिलियत बढ़ाएंगे अपितु उन्हें स्थाई तरक्की हासिल करने के अवसर भी प्रदान करेंगे।’’
इन एमबीए प्रोग्राम से मिलने वाले अवसरों एवं लाभों पर टिप्पणी करते हुये टाइम्सप्रो के चीफ ग्रोथ एंड पार्टनरशिप ऑफिसर परीक्षित मार्कन्डेय का कहना है कि, ‘‘आज के आधुनिक विश्व में कैरियर की प्रगति के लिये प्रासंगिक बने रहने हेतु विद्यार्थियों को प्रोफेशनल दक्षता का विकास करना जरूरी होता है। बीएफएसआई और ई-कॉमर्स एंड सप्लाई चेन मैनेजमेंट में एमबीए छात्रों को प्रत्यक्ष अनुभव लेने के लिए ऑन द जॉब प्रशिक्षण प्रदान करेंगे, जिससे उन्हें भारत के अग्रणी संगठनों एवं बहुराष्ट्रीय कंपनियों में काम करते हुये हुनरमंद बनने में मदद मिलेगी। ये दोनों प्रोग्राम छात्रों के लिए रोजगार अवसर के विभिन्न द्वार खोलेंगे और भारतीय कंपनियों को सेक्टरबार विकास हेतु अत्यधिक कुशल एवं प्रोफेशनल कर्मचारी उपलब्ध कराएंगे।’’
बीएफएसआई एवं ई-कॉमर्स एंड सप्लाई चेन मैनेजमेंट में एमबीए दो साल का ऑन कैंपस प्रोग्राम है जिसके अंतिम सेमेस्टर के दौरान प्रतिष्ठित मल्टीनेशनल कंपनियों में छः महीने का ऑन द जॉब प्रशिक्षण दिया जायेगा। साथ ही छात्रों को टाइम्सप्रो से जुड़े प्रमुख कंपनी समूहों की तरफ से रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। उपरोक्त दोनों एमबीए प्रोग्राम को सफलतापूर्वक पूर्ण करने वाले युवा ग्रेज्यूएट्स को भारत में विभिन्न राष्ट्रीय एवं बहुराष्ट्रीय कंपनियों में शत् प्रतिशत रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे, साथ ही सफल ग्रेज्यूएट्स को विभिन्न जॉब रॉल एवं अच्छे वेतन पैकेज भी मिलेंगे।
भारत के 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर होने के साथ, विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों की जरूरतें पूरी करने के लिये प्रोफेशनल्स की मांग बढेगी, क्योंकि ज्यादा से ज्यादा भारतीय वित्तीय सेवाओं का लाभ उठा रहे होंगे। फिनटेक क्रांति ने भारतीय अर्थव्यवस्था को सहारा दिया है, जिसके चलते बाजार का आकार 2021 में 50 बिलियन यूएसडी से बढ़कर 2025 में 150 बिलियन यूएसडी तक बढ़ जाने की उम्मीद है। इसी प्रकार केपीएमजी ने अनुमान लगाया है, कि भारतीय ई-कॉमर्स कारोबार 2026 तक 200 बिलियन यूएसडी का हो जाएगा। रिसर्च एंड मार्केट्स द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार भारत का लॉजिस्टिक्स बाजार 2023 में 435.43 बिलियन यूएसडी का होने और 2028 तक 650.52 बिलियन यूएसडी तक पहुँचने का अनुमान है। लगातार हो रही इन वृद्धि के आंकडों की बदौलत सभी सेक्टरों में नौकरी के ढेर सारे अवसर मिलेंगे और भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था का शीर्ष चालक बन जाएगा।
बीएफएसआई एवं ई-कॉमर्स एंड सप्लाई चेन मैनेजमेंट में एमबीए करने वाले विद्यार्थियों को ग्वालियर के विक्रांत यूनिवर्सिटी परिसर में मौजूद अत्याधुनिक सुविधा तक पहुँच प्राप्त होगी और प्रतिष्ठित अध्यापक मंडल एवं उद्योग विशेषज्ञों द्वारा उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। यह प्रोग्राम व्याख्यान, असाइनमेंट और परियोजनाओं के विवेकपूर्ण मिश्रण के आजमाए हुए शिक्षाशास्त्र पर अमल करेगा तथा वैश्विक चुनौतियां आसान बनाने की दिशा में विद्यार्थियों को व्यावसायिक एवं औद्योगिक क्षेत्र के अनुरूप कौशल विकास व तकनीकी विशेषज्ञता हासिल करने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
ई-कॉमर्स एंड सप्लाई चेन मैनेजमेंट में एमबीए बिजनेस एथिक्स एवं सीएसआर, इन्टरप्राइज डिजिटल बिजनेस एप्लीकेशन्स, रिटेल एवं ई-कॉमर्स ऑपरेशंस के प्रबंधन, व्यक्तिगत प्रभावशीलता एवं रिलेशनशिप नेतृत्व, कॉर्पोरेट वित्त आदि जैसे महत्वपूर्ण स्किलिंग मॉड्यूल पर ध्यान केंद्रित करेगा। इसके अलावा रिटेल बैंकिंग, क्रेडिट एवं जोखिम प्रबंधन, टेªजरी एवं विदेशी मुद्रा प्रबंधन, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार एवं वित्त, सुरक्षा संचालन एवं जोखिम प्रबंधन, ब्लॉक चेन और क्रिप्टोकरेंसी इत्यादि जैसे विषय बीएफएसआई में एमबीए का आधार बनेंगे।