देहरादून। भाजपा ने बेलडा घटनाक्रम पर कांग्रेसी धरने को राजनैतिक नौटंकी बताते हुए कहा, ये वो पार्टी है जिन्होंने जनता ही अपनी पार्टी के दलित नेताओं के साथ भी हमेशा अत्याचार किया है। इन्होंने भारत रत्न बाबा साहब से लेकर जगजीवन राम, सीताराम केसरी का अपमान किया, जबकि हमने रामनाथ कोविद, द्रोपदी मुर्मू को देश का सर्वोच्च सम्मान दिया।
प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने दलित उत्पीड़न के मुद्दे पर कांग्रेस नेताओं को आइना दिखाए हुए कहा, उनके मंच पर जो लोग भाजपा शासन में हमेशा अत्याचार होने का झूठा आरोप लगाते हैं, उनमें एक तो पूरे 5 साल हमारी सरकार में मंत्री रहें लेकिन उन्हें कभी कोई अत्याचार नजर नहीं आया। उन्होंने कहा, हरिद्वार के बेलडा गांव के जिस दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम को लेकर वे जनता में भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं उसमें स्थानीय प्रशासन द्वारा न्यायसंगत कार्यवाही की जा रही है। कांग्रेस संवेदनशील मुद्दों पर भी राजनीति करने की कला में पारंगत है, लेकिन राज्य की जनता उनकी असलियत से अच्छी तरह वाकिफ है। उन्हें अहसास है कि कांग्रेस हमेशा दलितों को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करती है, यही वजह है कि सरकार में रहते समाज के इस बड़े तबके को विकास से अछूता रखा। उन्होंने कहा, भाजपा की सरकार में एससी एसटी समाज खुशहाल है और रोजगार एवं स्वरोजगार के क्षेत्र में उचित प्रतिनिधित्व प्राप्त कर रहा है।
श्री भट्ट ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, ये वो पार्टी है जो चुनाव आते ही दलित मुख्यमंत्री बनाने का शिगूफा छोड़ते हैं लेकिन सत्ता में रहते उन्हें कभी सम्मान तक नही देते हैं। प्रदेश कांग्रेस को यह सामंती सोच अपने शीर्ष नेताओं से ही विरासत में मिली है। इतिहास गवाह है किस तरह भारत रत्न बाबा साहब भीम राव अंबेडकर को अंबेडकर को तत्कालीन कांग्रेस नेतृत्व ने लोकसभा चुनाव में जीतने नही दिया, किस तरह बाबू जगजीवन राम को अपमानित होकर पार्टी छोड़नी पड़ी, बतौर राष्ट्रीय अध्यक्ष सीताराम केसरी को पार्टी मुख्यालय से धक्के मार कर निकाला गया। हैरानी है कि अब यही मुखौटा पहनकर, दलित उत्पीड़न का झूठा आरोप लगाकर प्रदेश की जनता को बदनाम करने का प्रयास कर रही है। लेकिन अपने इस षड्यंत में कांग्रेस नेता कभी सफल नहीं होंगे क्योंकि जनता इनकी असली चेहरे से पहचानती है। दलित समाज इनसे पूरी तरह कट गया है और भाजपा की नीतियों एवं कार्यों से प्रभावित होकर देश समाज के विकास में सहभागिता कर रहा है।