आगरा। आगरा-झांसी रूट पर बुधवार दोपहर पातालकोट एक्सप्रेस की दो बोगियों में भीषण आग लग गई। हादसा आगरा कैंट के आगे भांडई स्टेशन के पास हुआ। बोगियों में आग लगने से यात्रियों में चीख पुकार मच गई। घटना में 9 यात्री झुलस गए हैं, जिनका उपचार एसएन मेडिकल कॉलेज और सीएचसी में कराया जा रहा है। जानकारी मिलते ही रेलवे के साथ स्थानीय पुलिस-प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। इस घटना से दर्जनों ट्रेनों के परिचालन पर भी असर पड़ा है। ट्रेनें जहां-तहां रोकनी पड़ीं। उनको कॉशन लेकर गुजारा गया। रेलवे के व्यस्तम इस रूट पर पातालकोट एक्सप्रेस सियोनी तक चलती है। भांडई स्टेशन के पास करीब 4.30 बजे ट्रेन की दो जनरल बोगियों में अचानक आग लग गई। कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप धर लिया। आसपास की बोगियों तक लपटें फैलने लगीं। इसी बीच ट्रेन रोक दी गई। आग लगने से यात्रियों के बीच चीखपुकार मच गई। लोग बोगियों से कूद-कूदकर भागने लगे। इसमें कुछ लोगों को चोटें भी आईं। पातालकोट एक्सप्रेस में लगी आग बुझाने का प्रयास करता टीटीई। ट्रेन में आग लगने का एक वीडियो सामने आया है। इसमें एक टीटीई फायर फाइटर सिस्टम से बोगियों में लगी आग पर काबू पाने का प्रयास करता नजर आ रहा है। जिस वक्त पातालकोट एक्सप्रेस में आग लगी, उस उसकी रफ्तार 80 से 90 किलोमीटर प्रति घंटा थीं। आग की लपटें देख यात्रियों ने चेन पुलिंग कर पातालकोट एक्सप्रेस रोकी। पातालकोट एक्सप्रेस में अज्ञात कारणों से लगी आग में झुलसने वाले यात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ हैं। पहले दो यात्री घायल बताए गए थे। यह संख्या अब नौ तक पहुंच गई है। इसमें 7 यात्रियों को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। जबकि 2 यात्रियों को पास के सीएचसी में भर्ती कराया गया है। एसएन के प्रधानाचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि झुलसे यात्री खतरे से बाहर हैं। सभी 10 से 15 प्रतिशत तक झुलसे हैं। आगरा-झांसी रूट पर इस घटना के बाद रेलवे के आला अफसर भी मौके पर पहुंच गए हैं। इसके साथ ही सहायता कार्य भी शुरू कर दिया गया है। फिलहाल आगरा-झांसी रूट ट्रेनों का आवागमन पूरी तरह रोक दिया गया है। मौके पर फायर टेंडर सहित रेलवे प्रशासन और इलाके की पुलिस आग बुझाने के प्रयासों में जुट गई।ऐहतियातन एंबुलेंस भी बुला ली गईं। पातालकोट एक्सप्रेस में आग लगने के पीछे की वजह नहीं पता चल सकी है। रेलवे ने इसके लिए एक जांच कमेटी बना दी है। व्यस्तम रूट पर अन्य ट्रेनों का परिचालन प्रभावित न हो, इसके लिए कॉशन लेकर गाड़ियों को गुजारा गया। पातालकोट एक्सप्रेस आग लगने की घटना के कारण करीब तीन घंटे बाद रवाना की जा सकी। आग जनरल कोच में लगी थी, इसलिए इसमें सवार यात्रियों को स्लीपर में शिफ्ट किया गया। आग से क्षतिग्रस्त डिब्बों को अलग कर ट्रेन आगे रवाना की गई।