- मेला समापन पर महिलाओं ने गोरखाली नृत्य और गीतों से समा बांधा
- गोर्खा दशैं-दीपावली महोत्सव दिवाली की बंपर खरीदारी के साथ हुआ समापन
- रंगारंग कार्यक्रम के साथ समापन हुआ गोर्खा दशैं-दीपावली महोत्सव-2023
देहरादून। गोर्खा दशैं-दीपावली महोत्सव-2023 आयोजित तीन दिवसीय वार्षिक मेला रविवार को बड़ी धूमधाम से संपन्न हुआ। मेला समापन के आखिरी दिन लोगों ने परिवारों के साथ मेले का लुत्फ लिया। बच्चों और परिवारों के साथ मेला पहुंचे लोगों ने झूलों के साथ गोर्खाली व्यंजनों का जमकर आनंद लिया। गोर्खा दशैं-दीपावली महोत्सव के आखरी दिन मुख्य अतिथि के तौर पर डा० एम० के० शर्मा (पुर्व स्वास्थ्य मंत्री, सिक्किम सरकार) ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। । वीर गोर्खा कल्याण समिति पिछले कई सालो इस उत्सव को भव्य रूप से मनाते आ रही हैं। आयोजन में गोर्खाली समाज के लोगों की उत्साहजनक भागीदारी देखने को मिली। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ नेपाल की प्रसिद्ध गायक श्याम राना का रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति के अलावा प्रतिभा सम्मान , गोर्खाली व्यंजन- परिधान के स्टाल आयोजन के मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे।
कार्यक्रम में गोरखा समुदाय के लोगों में अपार उत्साह और जोश देखने को मिला। साथ ही अन्य समाजों ने भी इसमें सम्मिलित होकर गोरखा संस्कृति का सम्मान बढ़ाया। इस अवसर पर डा० एम० के० शर्मा ने वीर गोर्खा कल्याण समिति के सभी लोगो को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पिछले कई सालों से गोर्खा दशैं-दीपावली महोत्सव को इस उत्सव को वीर गोर्खा कल्याण समिति के लोग भव्य तरीके से मना रहे है। इस प्रकार के आयोजनों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। इस प्रकार के आयोजन के माध्यम से आने वाली युवा पीढ़ी को हमारी संस्कृति को जानने का अवसर मिलेगा। वीर गोर्खा कल्याण समिति के अध्यक्ष कमल थापा ने मुख्य अतिथि डा० एम० के० शर्मा (पुर्व स्वास्थ्य मंत्री, सिक्किम सरकार) एवं अति विशिष्ट अतिथिय एवं कार्यक्रम में मौजुद सभी मेहमानों को मै धन्यवाद व्यक्त करता हूं कि उन्होंने इस कार्यक्रम कि शोभा बढ़ाई । उन्होंने बताया गोर्खा दशैं-दीपावली महोत्सव-2023 मेले में कला एवं संस्कृति का अनूठा संगम चल रहा है। विभिन्न जगह से आए कलाकार प्रतिभा का परिचय दे रहे हैं। आगे उन्होंने बताया अपनी अनूठी संस्कृति के लिए मशहूर उत्तराखंड के गोर्खाली जनजातीय क्षेत्र की लोक संस्कृति और यहां का पहनावा आधुनिक दौर में भी कायम है। सभी त्योहारों पर पुरुष और महिलाएं अपने परंपरागत पहनावे में ही दिखाई देते हैं। वीर गोर्खा कल्याण समिति के हर आयोजन को सामूहिक रूप से मनाकर ये लोग अपनी एकजुटता का प्रदर्शन करते हैं। अन्तर्राष्ट्रीय लोक गायक श्याम राना ने अपनी मखमली आवाज से समां बांधा। उनके सादगी भरे अंदाज ने सबका दिल जीत लिया। श्याम राना मल्टी टैलेंटेड हैं। वो सिंगर होने के साथ संगीत कंपोजर भी हैं श्याम राना अपनी परफॉर्मेंस के दौरान पारंपरिक पहनावे में नजर आये । लोगों को उनका ये अंदाज खूब भाया और फैंस ने जमकर उनकी सादगी की तारीफ की। मेले में विभिन्न व्यंजनों के स्टाल लगाए गए। लोग ने गोर्खाली व्यंजन सेलरोट, अरसा, अनारसा, बटुक का लुत्फ उठाया। इसके अलावा बच्चों के लिए झूले और खेल का भी आनंद लिया। लोग में सेल्फी को लेकर खासा क्रेज नजर आया। किसी ने खाने के स्टाल पर जाकर तो किसी ने झूले और मंच के सामने एलईडी स्क्रीन, पारंपरिक परिधान में गोर्खाली महिलाओं के साथ सेल्फी ली और इंटरनेट मीडिया पर भी साझा किया। समिति के सांस्कृतिक सचिव देवकला दीवान ने बताया कि गोर्खा दशैं-दीपावली महोत्सव-2023 मेले के समापन के दिन अनुष्का एंड ग्रुप द्वारा नेपाली परंपरागत कौड़ा डांस की प्रस्तुति दी गई साथ ही साथ तिबिटियन डांस,कौड़ा डांस , कुमाऊनी, डांस की भी प्रस्तुत दी गयी, वहीं सागरिका एंड ग्रुप के द्वारा नेपाली पारंपरिक गीत सैम साली दाडै काटी डांस से लोगों का दिल जीत लिया। एवं 3 /11 जी।र संस्था के द्वारा खुखरी डांस की प्रस्तुति दी गई साथ ही साथ अन्य स्थानीय कलाकारों द्वारा सुन्दर-सुन्दर प्रस्तुतियां दी गई। इस मौके पर हिन्दी गानों पर उत्तराखंड की प्रसिद जानी मानी लोकगायीका कलाकार सोनाली राई ने अपना नया म्यूजिक एल्बम पहाड़ को छोरी दर्शको के सामने प्रस्तुत की।
अनुष्का और सागरिका रही मुख्य आकर्षण का केंद्र
वीर गोर्खा कल्याण समिति के अनुष्का और सागरिका ने अपने बेहतरीन प्रस्तुति से दर्शक दीर्घा में बैठे सभी दर्शकों का दिल जीत लिया एक तरफ जहाँ अनुष्का एंड ग्रुप ने विभिन्न स्थानीय लोक कला के माध्यम से गोरखाली संस्कृति के विभिन रंग , कला, गीतों को दिखा के लोगो को गोरखाली सांस्कृति के बारे मे बतया तो वहीं दूसरे तरफ सागरिका एंड ग्रुप ने अपने नित्ये से लोगो को थिरकने पर मजबूर कर दिया समिति के महासचिव विशाल थापा ने बताया ने कहा कि हमारे वीर गोर्खा कल्याण समिति के समारोह में आज भी हमारे पुराने रीति-रिवाज नजर आते हैं। गढ़वाली, कुमाऊंनी , जौनसारी संस्कृति की तरह नेपाली ( गोर्खाली) संस्कृति भी उत्तराखंड की पहचान है। कार्यक्रम में मौजुद वीर गोर्खाकल्याण समिति के कोषाध्यक्ष टेकु थापा ने मेला समापन के आखिरी दिन लोगों धन्यवाद व्यक्त किया और उन्होंने कहा आज नेपाली (गोर्खाली) संस्कृति के लोकनृत्य और लोकगीत देशभर में प्रसिद्ध हैं। वहीं बोली, रीति-रिवाज, संस्कृति, खानपान, रहन-सहन, वेशभूषा ही नहीं बल्कि गोर्खाली जनजाति के लोगों के जीवनयापन का अंदाज ही अलग है। तीज-त्योहार हो या शादी-विवाह या फिर कोई भी सांस्कृतिक आयोजन, उसमें हमेशा नेपाली (गोर्खाली) संस्कृति की झलक देखने के लिए मिलती है। इस कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि के रूप में, करन सिंह नगन्याल (आई०पी०एस० पुलिस महानिरीक्षक गढवाल, उत्तराखण्ड पुलिस) धिरेन्द्र सिंह पंवार (ओ०एस०डी० पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकार० ), अभिनव सिंह ( सी०ई०औ० देहरादून कैन्टोनमेंट बोर्ड ), मेजर इन्द्र बहादुर थापा (चेयरमेन, टाईगर लेण्ड एम्पायर यूके होल्डिंग प्राईवेट लिमिटेड), धीरेन्द्र सिंह गुन्जयाल (आई०पी०एस० ), एस०एस०पी० (विजिलेंस उत्तराखण्ड ) मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में ले० कर्नल सुरज सलारीया, (कमांडेन्ट सि० एम० पी०), मनोज श्रेष्ठ, (चेयरमेन, डिलाईट नेपाल प्राईवेट लिमिटेड) , इंजिनियर जी०एस० बुडयाल, (महाप्रबंधक, उत्तराखण्ड जलविद्युत निगम लि0) , कर्नल मोहित थापा (सेना मेडल), (डिप्टी कमांडेन्ट, 116 इन्फेंटरी बिग्रेड) , लेफ्टिनेंट जनरल शक्ति सिंह गुरुंग , पदम सिंह थापा, (अध्यक्ष गोरखाली सुधार सभा) , देहरादून मौजूद रहे।
प्रतिभा सम्मान से इन्हें नवाजा
तनिष्क गिरी : 20 साल के तनिष्क ने चारधाम यात्रा साइकिल से देहरादून से 5 जुलाई को रायवाला देहरादून से युमनोत्री के लिए अपनी यात्रा शुरू की और 9 अगस्त को अपनी यात्रा समाप्त की।और उन्होंने लगभग 1700 किमी की दूरी साइकिल से और 130 किमी ट्रेक के माध्यम से तय की और वह साइकिल पर ऐसा करने वाले पहले गोरखा भी थे। और उन्होंने पंच केदार के भी दर्शन किये जहां साइकिल से पहुंचना बेहद कठिन है, और एक ही साइकिल यात्रा में पंच केदार और चार धाम दोनों करने वाले पहले व्यक्ति, सरोज गुरुंग जब पूर्व ग्राम प्रधान नया गांव (महामहिम राष्ट्रपति से सम्मानित ) मीनू क्षेत्री, ग्राम प्रधान पुरोहित वाला (पंडित दिनदयाल राष्ट्रिय पंचायत राष्ट्रपीत द्वारा सम्मानित) वीर गोर्खा कल्याण समिति के संरक्षक ई० मेग बहादुर, मेजर बि पी थापा, मेजर अमर राई, अध्यक्ष – कमल थापा , वरिष्ठ उपाध्यक्ष- उर्मिला तामाङ ,उपाध्यक्ष- सूर्य बिक्रम शाही , महासचिव- विशाल थापा, कोषाध्यक्ष टेकु थापा, सचिव- देविन शाही,सह-सचिव आशु थापा, सांस्कृतिक सचिव देवकला दीवान,सह सांस्कृतिक सचिव करमिता थापा,सलाहकार कर्नल माया, संगठन मंत्री लोकेश बन, सोनु गुरूगं, ज्योति राना, सोना शाही , एन बी थापा , बुद्धेश राई,यामु राना, मीन गुरुंग , बबिता गुरुंग, दुर्गा गुरुगं, अनीता प्रधान, नरेंद्र थापा एवं पूरन बहादुर थापा मौजूद रहे। कार्यक्रम में मधुसूदन शर्मा, सोनाली राई, साहील थापा सहयोगी रहे।