रुड़की। आबकारी विभाग की टीम को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के लिब्बरहेड़ी गांव में भट्ठी लगाकर कच्ची शराब बनाई जा रही है। मुखबिर द्वारा दी गई सूचना के आधार पर टीम बताए गए स्थान पर पहुंची। टीम ने मौके से कच्ची शराब बनाने की भट्ठी और हजारों लीटर तैयार लहन साथ ही बनाई गई कच्ची शराब बरामद की।
इसी के साथ टीम ने मौके से शराब बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण भी बरामद किए। लेकिन हमेशा की तरह टीम के आने से पहले ही शराब बनाने वाला व्यक्ति मौके से फरार हो गया। जिसके बाद टीम ने कच्ची शराब और शराब बनाने के उपकरण जब्त करते हुए लहन को वहीं पर ही नष्ट कर दिया। आबकारी विभाग की टीम मौके से बरामद दर्जनों ड्रम और गुड़ के कट्टों, सिलेंडर, भट्टी को अपने साथ ले गई। मुखबिर की सूचना पर शराब बनाने वाले व्यक्ति के घर पर टीम ने दबिश भी दी, लेकिन शराब बनाने वाला व्यक्ति न तो शराब बनाने के ठिकाने पर मिला और न ही घर पर मिला। फिलहाल आबकारी विभाग की टीम अवैध शराब बनाने वाले व्यक्ति की सरगर्मी से तलाश करने में जुटी हुई है।
आबकारी निरीक्षक सुजाअत हसन ने बताया कि सूचना मिली थी कि लिब्बरहेड़ी गांव में भारी मात्रा में कच्ची शराब बनाई जा रही है। सूचना के बाद मौके पर छापेमारी की गई। मौके से हजारों लीटर लहन और कच्ची शराब बरामद हुई है। उन्होंने बताया कि छापेमारी के दौरान मौके पर कोई व्यक्ति नहीं मिला है और शराब बनाने वाले व्यक्ति की तलाश की जा रही है। कच्ची शराब पीने से पूर्व में भी काफी लोगों की जानें जा चुकी हैं। लेकिन कच्ची शराब का धंधा बंद होने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार कच्ची शराब बनाकर शराब माफिया मोटा मुनाफा कमाना चाहते हैं। आबकारी विभाग की टीम कच्ची शराब बनाने वाले ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी करते हुए नजर आ रही है। अब देखने वाली बात ये होगी कि जिस तरीके से टीम द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है, उससे कच्ची शराब बनाने वाले माफियाओं पर कितना फर्क पड़ता है। वहीं जो लोग फरार हो जाते हैं उनको पकड़ने में टीम को कब तक कामयाबी मिल पाती है।