गौचर / चमोली। विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार द्वारा स्कूली बच्चों के लिए संचालित इन्स्पायर अवार्ड मानक कार्यक्रम के अन्तर्गत कक्षा 6 से कक्षा 10 तक के बच्चों की जनपद स्तरीय प्रोजेक्ट व प्रदर्शनी प्रतियोगिता (DLEPC) का साथ जिला समन्वयक (इन्स्पायर अवार्ड) गम्भीर सिंह असवाल प्रवक्ता भौतिकी के नेतृत्व में दिनांक 27 जनवरी 2024 को रा0बा0इ0का0 गौचर में शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का शुभारंभ मुख्य चिकित्साधिकारी चमोली डा0 राजीव शर्मा, मुख्य शिक्षा अधिकारी चमोली श्री कुलदीप गैरोला, खण्ड शिक्षा अधिकारी कर्णप्रयाग श्री खुशाल सिंह टोलिया द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
जिला समन्वयक गम्भीर सिंह असवाल ने बताया कि भारत सरकार के विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा पूरे देश में कक्षा 6 से कक्षा 10 तक के बच्चों के लिए इन्स्पायर अवार्ड मानक कार्यक्रम संचालित किया जाता है। जिसमें बच्चों को उनके मौलिक आइडिया पर आधारित समाजोपयोगी क्रियाकारी माॅडल, प्रोजेक्ट बनाने के लिए सरकार द्वारा दस हजार रुपए डी0बी0टी0के माध्यम से दिए जाते हैं तथा बच्चों द्वारा बनाए गये माॅडलों की प्रदर्शनी प्रतियोगिता जनपद स्तर पर आयोजित की जाती है।
वर्ष 2022मे जनपद चमोली से 129 बच्चे चयनित हुए थे जिसमें 98बच्चों द्वारा प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया गया। तथा बच्चे राज्य स्तर के लिए चयनित हुए हैं।
प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप में नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन देहरादून की प्रोजेक्ट एसोसियेट दीप्ति जगूडी तथा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कर्णप्रयाग से सहायक प्रोफेसर डॉ0 सुशील चन्द सती ,सहायक प्रोफेसर श्री जितेन्द्र सिंह थे। प्रतियोगिता में प्रतिभागी बच्चों को स्कूल बैग,मेडल, इन्स्पायर टोपी, ट्रैक सूट देकर सम्मानित किया गया तथा साथ ही राज्य विज्ञान महोत्सव में राष्ट्रीय प्रतियोगिता हेतु चयनित बच्चों व उनके मार्गदर्शक शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर रा0बा0इ0का0 गौचर का समस्त विद्यालय परिवार , प्रधानाचार्य डा0सुमन ध्यानी ,डाॅ0 कुशल सिंह भण्डारी, मदन चौधरी राजकीय शिक्षक संघ चमोली के जिलाध्यक्ष प्रदीप भण्डारी, जिला मंत्री प्रकाश चौहान, ब्लाक अध्यक्ष कमलेश कुंवर, मंत्री नरेंद्र कण्डवाल, मनोरमा भण्डारी, श्रद्धा रावत, आशादीप मैठाणी, अनुसूया सोनियाल, वीरेन्द्र नेगी, जगदीश कंसवाल, सुरेंद्र राणा,जनपद के ब्लाक समन्वयक, संकुल समन्वयक, मार्गदर्शक शिक्षकों के साथ साथ अधिक संख्या में बच्चों के अभिभावक भी उपस्थित थे।