- सीएम धामी ने दी श्रद्धांजलि
- टिहरी के निवासी थी शहीद अजय रौतेला
डोईवाला। उत्तराखंड के दो और सपूतों ने आतंकियों से लोहा लेते हुए देश के लिए अपनी जान कुर्बान की है। मूल रूप से टिहरी जिले के नरेंद्रनगर ब्लॉक के रामपुर खाड़ी गांव के रहने वाले सूबेदार अजय रौतेला पुंछ में आतंकियों से मोर्चा लेते हुए शहीद हो गए हैं। वहीं, पौड़ी के हरेंद्र सिंह भी इस हमले में शहीद हो गए हैं। रविवार को दोनों शहीदों के पार्थिव शरीर को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर सेना के हेलीकाप्टर से लाया गया। जहां सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद दोनों शहीदों के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव ले जाया जा रहा है। शनिवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए टिहरी जिले के अजय रौतेला भी शहीद हो गए हैं। अजय रौतेला की शहादत की खबर मिलते ही उनके पैतृव गांव रामपुर में मातम छा गया। शहीद अजय रौतेला की पत्नी और बच्चे तो वैसे देहरादून में रहते हैं। लेकिन परिवार और सगे-संबंधी खाड़ी के पास उनके पैतृक गांव रामपुर में रहते हैं। अजय रौतेला सेना में सूबेदार के पद पर तैनात थे। अजय रौतेला के परिवार में उनकी पत्नी बिमला (47) और तीन बेटे अरुण (23), अमित (17) और सुमित (17) हैं।
पुंछ जिले के नर खास के जंगल में हो गए थे शहीद
डोईवाला। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा, भारतीय सेना के सूबेदार अजय सिंह और नायक हरेंद्र सिंह जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ भारतीय सेना द्वारा पुंछ जिले के मेंढर स्थित नर खास जंगल में चलाए जा रहे तलाशी अभियान के दौरान शहीद हो गए। उन्होंने कहा, सूबेदार अजय सिंह और नायक हरेंद्र सिंह सुरक्षा बलों द्वारा जंगल में छिपे आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए शुरू किए गए तलाशी अभियान का हिस्सा थे। 14 अक्टूबर को आतंकवादियों के साथ भीषण गोलाबारी के बाद सूबेदार अजय सिंह और नायक हरेंद्र सिंह के साथ संचार बाधित हो गया था। सेना ने एक बयान में कहा कि आतंकवादियों के सूबेदार अजय सिंह और नायक हरेंद्र सिंह भीषण लड़ाई में शहीद हो गए थे।