- दून के सड़क हादसे में मृत वृद्ध की जांच मामले में गिरी गाज
- शिकायती पत्र को पुलिस के मुखिया ने गंभीरता से लिया
देहरादून। स्कूटी से सड़क चलते वृद्ध को टक्कर मारकार गिराने वाले वाले व उपचार के दौरान हुई वृद्ध की मौत की जांच में लापरवाही बरते वाले उपनिरीक्षक सनोज कुमार को शिकायत के बाद डीजीपी आशोक कुमार ने निलंबित कर दिया है। उल्लेखनीय है कि दून निवासी डॉ. पीयूष मित्तल ने पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार को शिकायती प्रार्थना पत्र भेजा। जिसमें उन्होंने बताया कि गत 4 नवम्बर को शिवाजी धर्मशाला के पास उनके ससुर को दो व्यक्तियों ने तेजी और लापरवाही से स्कूटी से टक्कर मारकर गिरा दिया। जिससे उनकी मृत्यु हो गयी। इस सम्बन्ध में उन्होंने मुकदमा कराया गया था और साथ में साक्ष्या के लिए एक दुकान से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज भी निकाल कर दिए। जिसमें पुलिस को आरोपियों का फोटो भी मिल गया था। लेकिन अभी तक पुलिस ने किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। गंभीर घटना होने पर भी उसका संज्ञान न लेने, मुकदमें को देर से पंजीकृत करने और कार्रवाई करने में विलम्ब करने पर पुलिस महानिदेशक ने जांच अधिकारी उपनिरीक्षक सनोज कुमार को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर मामले की जाचं एसपी सिटी से कराने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून को निर्देशित किया। महानिदेशक ने कहा कि अपराध के घटित होने पर पीड़ित व्यक्ति पुलिस थाने पर पुलिस से वैधानिक कार्रवाई के लिए अनुरोध करता है। पीड़ित को रिलीफ मिले इसके लिए पुलिस ने विधि अनुसार तत्काल थाने पर प्राथमिकी दर्ज कर पीड़ित व्यक्ति को वैधानिक सहायता उपलब्ध कराते हुए अपराधियों के विरुद्ध तत्परता से शीघ्र कार्यवाही की जानी चाहिए। जिससे पीड़ित का पुलिस पर विश्वास बना रहे और आम जनमानस में पुलिस की सकारात्मक छवि बने। समय-समय पर पुलिस मुख्यालय से इस सम्बन्ध में दिशा-निर्देश जारी होते रहते हैं, इसके बावजूद भी एक ऐसा दृष्टांत सामने आया है जो अत्यन्त आपत्तिजनक और बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है। जो भी पुलिसकर्मी ड्यूटी में ढिलाई बरतेगा उसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।