देश को बड़ा झटकाः नहीं रहे सीडीएस बिपिन रावत

    • तमिलनाडु कोयम्बटूर व सुलूर के बीच कुन्नूर में हुआ दर्दनाक हादसा
    • सीडीएस वेलिंगटन स्टाफ कॉलेज में गेस्ट लेक्चर देने जा रहे थे सीडीएस

    देहरादून। सीडीएस बिपिन रावत अपने परिवार व स्टॉप के साथ बुधवार को वेलिंगटन स्टाफ कॉलेज जा रहे सेना के हेलीकाप्टर एमआई 17 वी-5 तमिलनाडु कोयम्बटूर व सुलूर के बीच कुन्नूर में एक बड़े हादसे का शिकार हो गया है। इस हेलीकाप्टर में देश के सबसे बड़े सैन्य अधिकारी सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनका परिवार व अन्य सेना अधिकारी सवार थे। सेना के जवानों द्वारा सीडीएस व उनकी पत्नी को वेलिंगटन सेना अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जहां देर शाम उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई । सीडीएस बिपिन रावत की मौत की पुष्टि सेना ने भी कर दी है। इस हादसे में 13 सेना के अधिकारियों की जान गई है।

     

    दोपहर तमिलनाडु के सुलूर एयर बेस से वेलिंगटन स्टाफ कॉलेज में दोपहर 2.45 बजे गेस्ट लेक्चर देने जा रहे सीडीएस जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉटर भारतीय सेना के एमआई 17 वी-5 चॉपर कोयम्बटूर व सुलूर के बीच जनपद नीलगिरी के कुन्नूर के चाय के बागानों में तकनीकी खराबी के चलते हादसे का शिकार हो गया। वेलिंगटन में लैंडिंग को 10 मिनट पहले यह हादसा हुआ। यह हादसा जहां हुआ है वह वेलिंगटन से 8 किमी की दूरी पर स्थित है। उस हेलीकाप्टर में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एलएस लिड्डा, लेफ्टिनेंट कर्नल हरिंदर व बिपिन रावत को लेने आये स्टाफ कॉलेज के 3 अधिकारी, 5 पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर्स, विंग कमांडर ऑफिसर्स समेत कुल 14 लोग मौजूद थे।
    जानकारी के अनुसार सेना का हेलीकाप्टर हादसों की सूचना सबसे पहले चाय के बागानों में काम करने वालों ने स्थानियों अधिकारियों को दी गयी, जिन्होंने सेना विभाग को घटना की जानकारी दी। रेस्क्यू टीम के पहुंचने से पूर्व ही स्थानियों ने राहत कार्य करना प्रारंभ कर दिया था हालांकि हेलीकाप्टर क्रैश होने के साथ ही जोरदार धमाका हुआ जिसके चलते स्थानियों को भी बचाव कार्य करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आग बुझाने में तकरीबन डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद बचाव कार्य शुरू हो पाया। स्थानीय प्रशासन के अनुसार हेलीकॉप्टर में अत्यधिक तेल होने के चलते हादसे में टेल के अलावा कुछ नही बचा। इसके साथ ही घटनास्थल के 3-4 पेड भी जलकर खाक हो गए।

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