देहरादून। उत्तराखंड में शुक्रवार को कैबिनेट बैठक में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत(Dr. Harak singh rawat) ने मंत्रीपद से इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि हरक सिंह रावत सरकार से कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज के मुद्दे को लटकाए जाने से नाराज चल रहे थे। इसी वजह से उन्होंने इस्तीफा दिया है। डॉ. हरक ने कहा कि मेरा स्वास्थ्य खराब है और क्षेत्र के हित के लिए मेरे लिए यह मंत्रीपद छोटा है। मैंने यह मंत्रीपद छोड़ दिया है। पिछले 5 साल से मैं लगातार मांग कर रहा हूं लेकिन उस पर कोई भी कार्यवाही सरकार की तरफ से नहीं की गई। ऐसे में मैंने इस्तीफा देना उचित समझा। माना जा रहा है कि डॉ. हरक सिंह रावत कांग्रेस की सदस्यता ले सकते हैं। बताया जा रहा है कि कल दिल्ली में हरीश रावत से बातचीत के बाद डॉ. हरक सिंह रावत ने मंत्रीपद से इस्तीफा दिया है। ऐसे में वह कल हरिद्वार के नारसन में कांग्रेस की सदस्यता ले सकते हैं। उल्लेखनीय है कि कल हरीश रावत और हरक सिंह रावत दोनों दिल्ली में मौजूद थे। डॉ. हरक सिंह रावत उत्तराखंड के बड़े नेता हैं, जिन्होंने 2016 में कांग्रेस आलाकमान से बगावत कर दी थी और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। वहीं दूसरी ओर जानकारी के मुताबिक, विधायक उमेश शर्मा काऊ ने भी विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है।