देहरादून। जिलाधिकारी डाॅ आर राजेश कुमार एवं विधायक कैन्ट हरंबश कपूर द्वारा बिन्दाल नदी किनारे अवस्थित सत्तोघाटी-गांधीग्राम स्थित मलिन बस्ती का स्थलीय निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने नदी किनारे स्थित बसी आबादियों की मानसून सीजन के दृष्टिगत जलभराव एवं भूस्खलन से बचाव हेतु नगर निगम, सिंचाई विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा- निर्देश दिये।
निरीक्षण के दौरान माननीय विधायक ने स्थानीय निवासियों की बरसात के समय होने वाली विभिन्न समस्याओं से निजात दिलाने हेतु जिला प्रशासन के अधिकारियों को क्षेत्र में साफ-सफाई रखने तथा जलभराव की स्थिति पर नजर रखते हुए इसका तत्काल समाधान किये जाने हेतु आवश्यक कदम उठाने को कहा ताकि बरसाती मौसम में किसी भी प्रकार की दुर्घटना एवं अनहोनी से बचा जा सके।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी डाॅ आर राजेश कुमार ने नगर निगम के अधिकारियों नदी नालों की लगातार सफाई करवाने एवं प्लास्टिक कूड़ा हटाने के निर्देश दिये ताकि नदी/नालों में कूड़ा फसने से जलभराव की स्थिति ना बनें। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को नदी किनारे पुस्ते निर्माण एवं पुस्तों की स्थिति पर नजर रखते हुए यदि कहीं पर पुस्तो आदि की मरम्मत करनी हो तो ऐसे कार्यों को तत्काल पूर्ण कर लिया जाय। साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को नदी किनारे अतिक्रमण एवं निर्माण कार्यों पर रोक लगाने हेतु नदी किनारे बसी बस्तियों का नियिमित निरीक्षण करने के निर्देश दिये। उन्होंने राजस्व विभाग के अधिकारियों को नदी किनारे बसी बस्तियों की बाढ एवं जलभराव, भूस्खलन से सुरक्षा के दृष्टिगत तत्कालिक एवं दीर्घकालिक योजना के अन्तर्गत कार्य करने के निर्देश दिये।
उन्होंने मानसून काल में आपदा के दृष्टिगत मुस्तैद रहने तथा आईआरएस सिस्टम को सक्रिय रखते हुए इससे जुड़े अधिकारियों को आपसी समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी को जनपद में आपदा, बाढ, जलभराव, सड़क अवरूद्ध होने जैसी सूचनाओं पर तत्काल संज्ञान लेते हुए सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही हेतु सूचित करने के साथ ही जिलाधिकारी कार्यालय को भी तत्काल अवगत कराने के निर्देश दिये। साथ ही सम्बन्धित विभाग से प्रत्येक 1 घण्टे के भीतर की वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त करते हुए अवगत कराने को कहा।
निरीक्षण के दौरान स्थानीय पार्षद, तहसीलदार सदर दयाराम, नगर निगम, सिंचाई विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों/कार्मिकों सहित क्षेत्रीय जनमानस मौजूद रहे।