- दीर्घकालिक योजनाओं के साथ ही सौ दिन के कार्यों का दिया टारगेट
- प्रदेशभर के चिकित्सालयों का होगा औचक निरीक्षण, गठित होगी टीम
- विभागीय निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का किया जायेगा प्रचार-प्रसार
देहरादून। सूबे के सहकारिता, शिक्षा, उच्च शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर दीर्घकालीन एवं सौ दिवसीय योजनाएं तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि विभाग निःशुल्क दवा वितरण, पैथौलॉजी जांच, खुशियों की सवारी, एयर एम्बुलेंस, निःशुल्क मोतियाबिन्द आदि योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार पर अधिक से अधिक लोगों तक लाभ पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि एयर एम्बुलेंस सेवा को और लोकप्रिय बनाने के लिए टोल फ्री नम्बर 108 से जोड़ा जायेगा। यह बात उन्होंने सचिवालय स्थिति सभागार में आयोजित चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में कही। डॉ. रावत ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि पूरे प्रदेश की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए दीर्घकालिक एवं सौ दिवसीय कार्ययोजनाएं तैयार कर शासन को प्रस्तुत करें। उन्होंने एयर एम्बुलेंस सेवा को और अधिक लोकप्रिय बनाने के लिए टोल फ्री नम्बर 108 से जोड़ने तथा खुशियों की सवारी को टोल फ्री नम्बर 102 से जोड़ते हुए व्यापक प्रचार-प्रसार किये जाने की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रदेश में मातृ-शिशु मृत्यु दर की बढ़ती संख्या पर चिंता व्यक्त करते हुए इसके रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। सूबे के राजकीय चिकित्सालयों में सफाई व्यवस्था को और बेहत्तर करने के लिए ठोस कदम उठाये जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही जन उपयोगी योजनाओं को लोक प्रिय बनाने के लिए जनपद एवं ब्लॉक स्तर पर शिविरों का आयोजन कर स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी प्रशिक्षण दिया जाना चाहिये। उन्होंने उच्चाधिकारियों को निर्देशित किया कि एक उच्च स्तरीय टीम का गठन कर प्रदेशभर के जिला चिकित्सालयों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का समय-समय पर औचक निरीक्षण किया जाय। पीपीपी मोड़ में संचालित चिकित्सालयों को लेकर जनप्रतिनिधियों की शिकायतों का तत्काल समाधान के निर्देश भी अधिकारियों को दिये। डॉ0 रावत ने कहा कि यदि समय रहते पीपीपी मोड़ संचालित अस्पतालों ने अपनी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं किया तो उनके अनुबंधों को समाप्त करने पर भी विचार किया जायेगा। उन्होंने निदेशालय स्तर पर रिक्त विभिन्न पदों पर शीघ्र प्रोन्नति की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिये। बैठक में सचिव स्वास्थ्य डॉ0 पंकज पाण्डेय, मिशन निदेशक एनएचएम सोनिका, महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा आशीष श्रीवास्तव, महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ0 तृप्ति बहुगुणा, अपर सचिव स्वास्थ्य अरूणेन्द्र चौहान सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।