रुद्रप्रयाग/उत्तरकाशी। उत्तराखंड चारधाम में तीर्थयात्रियों की मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। गुरुवार 26 मई को भी केदारनाथ धाम में चार श्रद्धालुओं की मौत हो गई। वहीं, यमुनोत्री धाम में भी तीन तीर्थयात्रियों ने दम तोड़ दिया। केदारनाथ और यमुनोत्री धाम में गुरूवार को हुई सभी सात मौतें बीमारी के कारण ही हुई है। चारधाम में अभीतक 82 श्रद्धालुओं की मौत हो चुका हैं। उत्तराखंड चारधाम यात्र में बदलता मौसम श्रद्धालुओं की जान पर भारी पड़ रहा है। गुरुवार 26 मई को यमुनोत्री धाम में तीन तीर्थयात्रियों की मौत हुई है। इसी के साथ यमुनोत्री धाम में श्रद्धालुओं की मौत का आंकड़ा 23 तक पहुंच गया है। जिनमें से दो यात्रियों की गिरने और चोट लगने से मौत हुई, बाकी की सभी 21 श्रद्धालुओं की मौत हार्ट अटैक के कारण हुई है। चारधाम यात्रा अभी तक 82 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। यमुनोत्री धाम में 23 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। गंगोत्री धाम में 4 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। केदारनाथ धाम में 42 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। उधर, बदरीनाथ धाम में भी 13 यात्रियों ने जान गंवाई है। अगर आंकड़ों पर गौर करें तो सबसे ज्यादा मौके केदारनाथ यात्रा में हुई है। जहां अभी तक 42 तीर्थ यात्रियों की सांसें थम चुकी है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार देर शाम को यमुनोत्री मंदिर परिसर में दिलिप परांसपे (75) पुत्र मधुकर परांसपे निवासी कंचनगली लॉ कालेज पुणे महाराष्ट्र की हृदय गति रुकने से मृत्यु हो गई। वहीं, गुरुवार को रामचन्द्र साहू (67) पुत्र विश्वनाथ प्रसाद निवासी 32/334 चकदाउद नगर नैनी प्रयागराज, यूपी की सीएचसी बड़कोट और लाल चन्द राठी (56) पुत्र पशुराज राठी निवासी चुरू राजस्थान की यमुनोत्री दर्शन करने जाते वत्तफ़ पैदल मार्ग पर राममंदिर के निकट हृदय गति रुकने से मौत हो गई।