देहरादून। जिलाधिकारी सोनिका ने पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन योजना के अन्तर्गत चयनित बच्चों के साथ बातचीत करते हुए उनके दर्द को साझा किया। बच्चों से बातचीत करते हुए जिलाधिकारी भावुक हो गई, उनकी आंखे छलक आई। इस दौरान जिलाधिकारी ने बच्चों एवं उनके अभिभावकों से भी वार्ता की, तथा बच्चों की शिक्षा-दीक्षा हेतु हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया। उन्होंने बच्चों से वार्ता करते हुए कहा कि वह खुद को अकेला न समझे उनके साथ राज्य सरकार, केन्द्र सरकार एवं जिला प्रशासन है उन्होंने बच्चों से अपना मोबाईल नंबर साझा करते हुए कहा कि यदि उन्हें कहीं पर भी किसी प्रकार की कोई समस्या है तो वह सीधे कॉल कर अपनी समस्या से अवगत करा सकते हैं। उन्होंने बच्चों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। जिलाधिकारी ने जिला प्रोबेशन अधिकारी को बच्चों को जोड़कर एक वाट्सएप्प गु्रप बनाने तथा उनको भी गु्रप में जोड़ने को कहा। ताकि बच्चे वाट्सएप्प के माध्यम से भी अपनी समस्याओं/परेशानियों को गु्रप के माध्यम से जिलाधिकारी से सीधा संवाद कर सके। उन्होंने बच्चों के स्कूलों में प्रवेश के लिए हर संभव मदद करने तथा शिक्षकों से बच्चों के पठन-पाठन के संबंध में सम्पर्क बनाए रखने के निर्देश भी दिए। ज्ञातव्य है कि कोविड-19 महामारी के कारण जिन बच्चों माता-पिता अथवा दोनों में से किसी एक की पूर्व में एवं दूसरे की मृत्यु 11 मार्च 2020 के बाद तथा 31 मार्च 2022 के अन्तराल में हुई है या कानूनी अभिभावक या दत्तक माता-पिता दोनों को खो चुके बच्चों की व्यापक देख-भाल एवं सुरक्षा को सुनिश्चित किए जाने हेतु मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत ऐसे बच्चों के स्वास्थ्य बीमा के माध्यम से सुरक्षित रखना, शिक्षा के माध्यम से सशक्त करना व उन्हें आत्मनिर्भर बनाये जाने हेतु 23 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर 10 लाख की धनराशि प्रदान किए जाने का प्राविधान किया गया है। बैठक में जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट एवं बच्चों के अभिभावक व बच्चे उपस्थित रहे।