चमोली ( प्रदीप लखेड़ा )
विश्व प्रसिद्ध् हेमकुंड साहिब और लक्ष्मण लोकपाल मंदिर के कपाट आज शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। कपाट दोपहर ठीक डेढ़ बजे शुभ मुहूर्त में बंद किए गए। इस पावन अवसर के साक्षी बनने के लिए करीब दो हजार से ज्यादा तीर्थयात्री हेमकुंड पहुंचे।कपाट बंद होने से एक दिन पहले ही हेमकुंड साहिब में बर्फबारी हुई। जिससे धाम में ठंड बढ़ गई थी।
चमोली जिले में समुद्रतल से 15225 फीट की ऊंचाई पर स्थित गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए हैं। श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने गोविंदघाट में यह जानकारी दी। बिंद्रा ने बताया कि कपाटबंदी का साक्षी बनने के लिए पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ व दिल्ली से तीर्थयात्री बड़ी संख्या में गोविंदघाट और घांघरिया पहुंचे।
इस वर्ष अब तक 1.75 लाख तीर्थयात्री दरबार साहिब में मत्था टेक चुके हैं। बिंद्रा ने बताया कि 11 अक्टूबर को धाम के कपाट बंद करने की प्रक्रिया सुबह दस बजे से शुरू हुई। सुखमणि साहिब पाठ के बाद 11:15 बजे सबद-कीर्तन किया गए। इसके करीब सवा घंटे बाद इस साल की अंतिम अरदास पढ़ी गई। इस साल हेमकुंड साहिब के कपाट 20 मई को खोले गए थे। चमोली में मंगलवार को ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई, आज बुधवार को सुबह से चटक धूप खिली हुई है। हेमकुंड साहिब के साथ ही बदरीनाथ और केदारनाथ धाम में भी मौसम सुहावना हो गया है।