देहरादून। राजधानी देहरादून में छोटे से विवाद में युवक ने अपनी मां की हत्या कर दी। आरोपी ने इस केस को आत्महत्या दिखाने का भी प्रयास किया, लेकिन इसमें वो कामयाब नहीं हो पाया। पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है। ये पूरा मामला देहरादून के प्रेमनगर थाना क्षेत्र का है। पुलिस के मुताबिक आरोपी को शक था कि उसकी मां उसे स्लो प्वॉइजन दे रही है।
पुलिस ने बताया कि चंपावत जिले के रहने वाले माधो सिंह अपने परिवार के साथ प्रेमनगर इलाके के स्पेशल विंग में रहते हैं। माधो सिंह डीएससी आर्मी में आईएमए में तैनात हैं, जो शुकवार रात ड्यूटी के लिए आईएमए गए थे। माधो सिंह का बड़ा बेटा मोहित बिष्ट भी आर्मी में है, जो इन दिनों बड़ोदरा (गुजरात) में कार्यरत है, जबकि छोटा बेटा अजय घर पर ही रहता है।
पुलिस के मुताबिक, अजय अल्सरेटिव कोलाइटिस (अल्सर) की बीमारी से पीड़ित था। इस बीमारी के बारे में अजय ने इंटरनेट पर पढ़ा था। इंटरनेट से उसे पता चला कि ये बीमारी स्लो प्वाइजन देने से होती है। इस कारण वो अपनी मां पर शक करने लगा। पुलिस पूछताछ में अजय ने बताया कि उसे शक था कि उसकी मां उसे स्लो प्वॉइजन दे रही है, जिस वजह से उसे अल्सरेटिव कोलाइटिस (अल्सर) की बीमारी हो गई है। इसी वजह से रात में उसकी मां से बहस हुई और तभी उसने गुस्से में गला दबाकर मां की हत्या कर दी।
पुलिस ने बताया कि हत्या के बाद सुबह आरोपी ने अपने बड़े भाई मोहित बिष्ट को फोन किया और कहा कि मां ने सुसाइड कर लिया है, लेकिन मोहित को अपने भाई की बात पर यकीन नहीं हुआ। उसने अपने पिता माधो सिंह को फोन किया। माधो सिंह ने तत्काल पुलिस को सूचना दी और खुद भी घर पहुंचे।
पुलिस और माधो सिंह जब घर पहुंचे तो चंद्रा देवी (52) का शव नीचे पड़ा हुआ था। पुलिस ने आरोपी बेटे अजय को हिरासत में लेते हुए आगे की कार्रवाई शुरू की। देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि चंद्रा देवी के पति माधो सिंह की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं चंद्रा देवी का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। आरोपी अजय ने एमएससी की पढ़ाई की है और वर्तमान में वह बैंकिंग की तैयारी कर रहा था और मानसिक रूप से कुंठित भी था। आरोपी ने रात को करीब 10 से 11 बजे के बीच में इस हत्याकांड को अंजाम दिया।